प्रदेश में लगातार बढ़ रहे छेड़छाड़ के मामलों को देखते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय एक अहम फैसला लिया है। विभाग ने आदेश दिए हैं कि सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अब मॉर्निंग असेंबली में टीचर-स्टूडेंट्स को नारी सम्मान की शपथ दिलाई जाए। इसके साथ ही टीचर-स्टूडेंट्स को शराब, धूम्रपान और नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई जाए। सिर्फ स्कूलों ही नहीं कॉलेजों में भी यह शपथ दिलाई जाएगी।
राज्य महिला आयोग के आदेश के बाद उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी प्रिंसिपलों और जिला उपनिदेशकों को इस संदर्भ के लिखित आदेश जारी कर दिए हैं। उच्च शिक्षा निदेशक बीएल विंटा ने कहा ये एक अच्छी शुरुआत होगी। गुरु-शिष्य का रिश्ता कलंकित होने और छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ने पर राज्य महिला आयोग ने कड़ा संज्ञान लेकर स्कूलों, कॉलेजों में शिक्षकों और छात्रों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने के आदेश दिए हैं।
छात्रों और शिक्षकों के साथ ही छात्राओं-शिक्षिकाओं को यह शपथ दिलाई जाएगी कि समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव सहन नहीं किया जाएगा। समाज में दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी बुराइयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाएगा।