परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रिक बसें आरम्भ की जाएंगी और जनजातीय क्षेत्रों को इलेक्ट्रिक बसों का मॉडल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में सर्दियों में डीजल जम जाता है जिस कारण कई रूटों को रद्व करना पडता है। लेकिन इलेक्ट्रिक बसों के आ जाने से सर्दियों में यह बसें कारगार साबित होगी।
उन्होंने कहा कि बसों में लोगों की भीड़ को कम करने के लिए हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम द्वारा 200 नई बसें खरीदने का प्रस्ताव तैयार कर दिया है और 712 परिचालक के पदों को भरने की प्रक्रिया शीध्र आरम्भ की जाऐगी। लाहौल-स्पीति के लिए 05 नई बसें भेजी गयी हैं और स्थानीय लोगों को छोटे रूटों पर बसें चलाने के लिए शीध्र ही क्षेत्रीय प्रबंधकों के माध्यम से परमिंट प्रदान किया जाएगा। जिला में हिमाचल पथ परिवहन के मूलभूत ढांचे को विकसित किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों को पर्वतारोहण संस्थान के माध्य्म से उच्च गुणवत्ता की स्नोकिट प्रदान की जाऐगी ताकि कर्मचारियों को सर्दियों में सेवाऐं देने के लिए किसी समस्या का सामना न करना पडे़। बसों की मुरम्मत के लिए कलपुर्जे स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा ताकि बसों की मुरम्मत में ज्यादा समय न लगे। परिवहन मंत्री ने इस दौरान उदयपुर-चिमरट बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।