Bilaspur:प्रदेश में आने वाले पर्यटक अब पहाड़ों के बीच गोबिंद सागर झील में गोवा की तरह क्रूज की सवारी का आनंद ले सकेंगे। पर्यटकों को नया अनुभव मिलेगा। केरल के कोच्चि से 60 सीटर क्रूज बिलासपुर पहुंच गया है। 15 से 20 अक्तूबर के बीच मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू इसका शुभारंभ करेंगे। क्रूज का संचालन करने वाली फर्म की ओर से पर्यटन विभाग में पंजीकरण और इंश्योरेंस सहित अन्य औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। इस फर्म को बिलासपुर प्रशासन ने गोबिंद सागर झील में क्रूज, जेटी, स्टीमर आदि चलाने का टेंडर जारी किया है। फर्म का एक क्रूज, जेटी और स्टीमर बिलासपुर पहुंच चुके हैं। यदि क्रूज के प्रति पर्यटकों का अच्छा उत्साह दिखता है तो 120 सीटर दूसरा क्रूज भी झील में उतारा जाएगा। क्रूज का संचालन किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर गोबिंद सागर झील पर बने मंडी भराड़ी पुल के पास से किया जाएगा। फोरलेन से आने वाले पर्यटक इस जगह पर आसानी से पहुंच सकेंगे। बता दें कि गोबिंद सागर झील को बिलासपुर के कंदरौर से भाखड़ा बांध के 15 किलोमीटर पीछे तक वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिए अधिसूचित किया गया है। इसके अलावा कोलडैम जलाशय में भी क्रूज, स्टीमर आदि चलाने के लिए जिला प्रशासन ने टेंडर किया है। टेंडर आवंटित होने के बाद कोल डैम में हरनोड़ा से लेकर तत्तापानी तक 30 किलोमीटर लंबी झील का नजारा क्रूज, स्टीमर से लिया जा सकेगा।
गोबिंद सागर झील में अक्तूबर से पर्यटक क्रूज की सवारी कर सकेंगे। कोलडैम जलाशय में भी क्रूज आदि चलाने के लिए टेंडर किया गया। 15 से 20 दिन में टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इन दोनों जलाशयों में पर्यटन गतिविधियां शुरू होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। पर्यटकों को भी नया अनुभव मिलेगा
आबिद हुसैन सादिक, उपायुक्त, बिलासपुर
पर्यटन को नई उड़ान देगा क्रूज : सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर की खूबसूरत गोबिंदसागर झील में पर्यटन को नई उड़ान देने के लिए 60 सीटर क्रूज का आगमन हो चुका है। यह क्रूज पर्यटकों को 30 किलोमीटर लंबी झील के अद्वितीय और मनमोहक दृश्य का आनंद देगा। सरकार का यह प्रयास न केवल राज्य की पर्यटन संभावनाओं को बढ़ावा देगा, बल्कि इसे एक नई पहचान भी देगा।