हिमाचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के खाते में पिछले दो साल में नियमों से बढ़कर जारी हुई वेतन राशि की सीयू प्रशासन अब वसूली करेगा। केंद्रीय सरकार के आदेश पर की गई जांच के अनुसार सीयू रजिस्ट्रार (रिटायर्ड ब्रिगेडियर) जेसी रांगड़ा के खाते में 3,12,394 रुपये की राशि वेतन के अतिरिक्त जारी की गई है जिसे वसूलने के लिए सीयू प्रशासन ने रजिस्ट्रार के नाम रिकवरी डाल दी है।
इस राशि का ऑडिट में पता चला था। यह राशि वर्ष 2014 से 2016 तक जारी की गई थी। सीयू प्रशासन की ओर से सस्पेंड पूर्व वित्त अधिकारी बीआर धीमान का कहना है कि उक्त रजिस्ट्रार नियुक्ति के बाद दो साल तक केंद्र सरकार के नियमों के विपरीत ज्यादा वेतन लेते रहे।
मामले के सामने आते ही केन्द्र ने यूजीसी को जांच करने के लिए कहा था जिसके बाद रजिस्ट्रार के वेतन को नियमों के मुताबिक तय किया गया। जो राशि ज्यादा वेतन के रूप में जारी हुई थी उसकी रिकवरी के आदेश भी किए गए। इस संबंध में कैग (कंप्ट्रोलर ऑडिटर जनरल) ने भी ऑडिट में सीयू प्रशासन को रजिस्ट्रार से रिकवरी के लिए कहा था।
वहीं जेसी रांगड़ा ने एक दैनिक अखबार से कहा कि वित्त अधिकारी ने उनके साथ कोई पत्राचार नहीं किया है। वित्त अधिकारी ने वीसी या केंद्रीय जनसूचना अधिकारी से पत्राचार किया होगा। मामले के संबंध में मैने अपनी ओर से सीयू के वीसी को तुरंत रिप्रजेंटेशन दे दिया था। केंद्रीय विवि के वीसी कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने कहा कि यह मामला उनके विचाराधीन है। जल्द उचित कार्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय विवि के वित्त अधिकारी डॉ एचआर शर्मा का कहना है कि उन्होंने पिछले 6 माह में 3,12,394 रुपये की रिकवरी के लिए रजिस्ट्रार को दो बार पत्र लिखा है। जिनका उन्होंने अब तक जवाब नहीं दिया है।