बीते कई सालों से जहां देश के सैंकड़ों नोजवानों को विदेशी सरजमीं से दिवंगत सुषमा स्वराज ने बतौर विदेश मंत्री रहते स्वदेश वापस लाया, वहीं आज विदेशी धरती में बंधक की जिंदगी जी रहे कई युवा उन्हें याद करके अपनी रिहाई की बार-बार आवाज बुलंद कर रहे हैं। लेकिन, आज उनकी रिहाई के लिए कारगर कदम उठाने वाला कोई नजर नहीं आ रहा। ताजा मामला नगरोटा के रौंखर का सामने आया है।
दरअसल रौंखर का विजय पिछले 8 सालों से सऊदी अरब में बंधक की जिंदगी जी रहा है, और परिजन उसकी रिहाई के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं बावजूद इसके कहीं से विजय की रिहाई की उम्मीद नहीं बंध रही है। अभिभावकों की माने तो वो पिछले लंबे अरसे से PMO में पत्राचार कर रहे हैं, विधायक और सांसद से मांग कर चुके हैं, लेकिन स्थिति अभी भी ढाक के तीन पात हैं।
फिलहाल उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से ही आख़िरी उम्मीद बची है जिसके लिए उन्होंने कांगड़ा के डीसी राकेश प्रजापति का दरवाजा खटखटाया है ताकि उनके जरिये अपनी आवाज को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जा सके।