मंडी जिला में कृषि विभाग की तरफ से किसानों को दिए गए बीजों के खराब होने का मामला सामने आया है। इसके कारण किसानों की उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फिर गया है। मामला मंडी के सैण गांव का है, जहां पर दो किसानों ने नेशनल सीड कार्पोरेशन से प्याज का 26 किलो बीज खरीदा, उसे सही समय पर बोया साथ ही उसकी देखरेख भी की, लेकिन जमीन में बोया बीज 15-20 दिन होने के बाद भी नहीं उगा।
किसान राकेश सैणी ने बताया कि उनके भाई और उन्होंने प्याज का 25 किलो सरकारी बीज भंगरोटू और गागल के स्टोर से लगभग दस हजार में खरीदा। बीज के पैकेट पर एक्सपायरी भी 2019 की है, उसे सही समय पर बोया भी गया, लेकिन प्याज के पौधे नहीं लगे। राकेश ने कृषि विभाग के बीज की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए निजी कंपनी का बीज भी बताया जो साथ के खेतों में हराभरा लहलहा रहा था। राकेश ने बताया कि फसल खराब होने से उनका सीजन के समय में बहुत नुकसान हुआ है। क्योंकि अब प्याज की पल्लरी को खेतों में लगाने का काम शुरू हो जाएगा। ऐसे में बीज के खराब होने की सूरत में उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। राकेश ने सरकार से नुकसान का मुआवजा देने की भी मांग की है।
वहीं, जब इस बारे में कृषि विभाग मंडी के उपनिदेशक रूप लाल चौहान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके ध्यान में यह पहला मामला आया है, जबकि बाकि जगहों से ऐसी कोई शिकायत उनके पास नहीं है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर कृषि विभाग के निदेशक को लेटर भेज दिया गया है और साथ ही कंपनी से भी इस बारे में जानकारी देने को कहा गया है।