केंद्र की नई भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ के विरोध में युवाओं और राजनीतिक दलों के बाद अब किसानों ने भी मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में मंगलवार को हिमाचल किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय शिमला के बाहर प्रदर्शन किया। साथ ही किसान सभा ने सरकार को अल्टीमेटम दिया कि यदि 24 जून तक सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो किसान सभा देश भर में राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपगी और आंदोलन करेगी।
किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप तंवर ने कहा, “किसानों के बाद युवाओं के साथ यह सरकार खिलवाड़ कर रही है। जिस तरह किसान आंदोलन के विरोध के बाद कृषि क़ानून वापस लिया गया यही हाल इस योजना का भी होगा। सेना में किसानों के बच्चे ही भर्ती होते हैं इस तरह सरकार किसान आंदोलन का बदला इस योजना से सरकार किसानों से ले रही हैं।”
उन्होंने कहा कि न तो किसी नेता और न ही अधिकारी के बच्चे सेना में जाते हैं। किसान का बेटा एक खेत में तो दूसरा सेना में जाता है जिस पर सरकार ने कुठाराघात किया। सयुंक्त किसान मोर्चा 24 जून को सड़कों पर उतरकर इसके खिलाफ आंदोलन तेज करेगा।