फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार कुकू और सलाहकार कृष्ण पाल शर्मा ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि यदि सरकार कानून 2013 को लागू नहीं करती है तो इसके लिए कुल्लू से मंडी फोरलेन प्रभावित लाखों किसान पद यात्रा करेंगे और अपना ज्ञापन उपायुक्त मंडी को सौंपेंगे। फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष ने कहा कि छह सालों में किसानों को सरकार द्वारा ठगा गया और झूठे आश्वासन पे आश्वासन सरकार द्वारा दिए गए।
फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने वर्तमान सरकार से अनुरोध किया है कि उनकी मांगों को जो 2013 कानून में है उन्हें लागू किया जाए ताकि आने वाले 2022 के चुनावों में सरकार का मिशन रिपीट हो सके। अन्यथा आने वाले समय में फोरलेन से प्रभावित लाखों किसान पूरे हिमाचल प्रदेश में इसका मुहतोड़ जवाब देंगे। जिसका ट्रेलर उपचुनाव 2021 में भाजपा सरकार को मिल चुका है।
उन्होंने कहा कि जितनी भी कमेटियां जयराम सरकार द्वारा बनाई गई उनका कोई भी महत्व नहीं रहा। जबकि कमेटियां बनाई जाती है मात्र कुछ महीनों के लिए ताकि समस्या जल्द हल हो सके। मगर ऐसा पिछले चार सालों से कुछ भी नहीं हुआ डब्बल इंजन की सरकार देश प्रदेश में काम कर रही है लेकिन फोरलेन प्रभावित किसानों को इन सरकारों का आज तक कोई भी फायदा नहीं हो सका । प्रधानमंत्री मोदी जी अपनी मन की बात में किसानों को खुश रहने की बात बोलते हैं मगर कोई भी किसान आज तक खुश नजर नहीं आ रहा है हर प्रदेश में किसान आत्मदाह करने पर मजबूर हो रहे हैं।
जब माननीय नितिन गडकरी जी कुल्लू मनाली दौरे पर आए थे तो उन्होंने भुंतर एयरपोर्ट पर किसानों से मिलकर ये आश्वासन दिया था कि जयराम सरकार इन किसानों की जल्दी से मांगे पूरी करें। मगर गडकरी जी के आदेशों का कोई भी पालन अभी तक नहीं हुआ है। जिससे फोरलेन प्रभावित किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने प्रदेश की जयराम सरकार से अनुरोध किया है कि किसानों को 2013 कानून लागू किया जाए। किराए के दुकानदारों को सहायता राशि शीघ्र ही दी जाए और घोषणा पत्र को धरातल पर लागू करें ताकि किसान अपना जीवन सुचारू रूप से निर्वाह कर सके।