मेडिकल कॉलेज में शनिवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब दो डॉक्टर आपस में भिड़ गए। बात मरीज को दवाई लिखने से शुरू हुई, इसको लेकर दोनों डॉक्टरों में बहसबाजी शुरू हो गई। देखते ही देखते बात हाथापाई तक पहुंच गई। मौके पर अन्य डॉक्टर और स्टाफ भी पहुंच गया। उन्होंने दोनों डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया मगर डॉक्टर मानने को तैयार नहीं थे।
इसके बाद सारा मामला चिकित्सा अधीक्षक के पास पहुंच गया। जानकारी के मुताबिक एक एमबीबीएस डॉक्टर ने एमडी के मरीज को दवाई लिख दी। जब मरीज एमबीबीएस की लिखी दवाई को दिखाने एमडी के पास गया, तो एमडी को गुस्सा आ गया। इस बात से गुस्सा हुए एमडी ओपीडी से बाहर निकले और एमबीबीएस और उनके बीच बहस शुरू हो गई।
एमडी डॉक्टर का कहना था कि उसने मरीज को दवाई कैसे लिख दी। इसके चलते दोनों में विवाद बढ़ गया और बाद हाथापाई तक पहुंच गई। इससे मौके पर मरीजों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
इसके बाद में दोनों डॉक्टरों को चिकित्सा अधीक्षक के कार्यालय में बुलाया गया। यहां पर डॉक्टरों के विवाद को सुलझाने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई गई। इसमें दोनों डॉक्टरों के पक्ष सुने गए। साथ ही मामले को खत्म करने का प्रयास किया गया।
वहीं, दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज चंबा के एमएस डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि चिकित्सकों के आपस में हुए मतभेद को दूर करने के लिए बैठक बुलाई गई है। दोनों को समझा दिया गया है, आगे से इस तरह की हरकत ना हो अन्यथा कॉलेज प्रशासन कार्रवाई करेगा।