शिमला के कोटखाई रेप मर्डर मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ. स्वराज विद्वान ने हिमाचल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये है। रविवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने गुड़िया मामले को दबाने का प्रयास किया है। वहीं, लॉकअप में हुई आरोपी की मौत के मामले में पुलिस पर हत्या का केस दर्ज होना चाहिए।
डॉ. विद्वान गुड़िया के परिजनों से भी मिली थी। उन्होंने कहा कि गुड़िया के माता -पिता अभी तक सदमे में हैं और वे चाहते हैं कि असली गुनाहगारों को सजा मिले। उन्होंने कहा कि कोटखाई की यह घटना ऐसा घिनौना कृत्य है, जिसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है। डॉ. विद्वान ने कहा कि इस घटना को दबाने का प्रयास किया गया है और उच्चाधिकारियों और राजनेताओं के इशारों पर यह हो रहा है।
डॉ. स्वराज विद्वान ने कहा कि अब इस मामले की जांच CBI कर रही है और उम्मीद है कि वह इसकी सही जांच करेगी और असली मुजरिमों को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी। उनका कहना था कि केंद्र सरकार की भी इस घटना पर नजर है और राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले की रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी है।