शिमला के आईजीएमसी के होस्टल में जाम छलकाना मेडिकल के छात्रों को भारी पड़ गया है। प्रशासन ने इस मामले में पांच प्रशिक्षु डाक्टरों को सस्पेंड कर दिया है। रविवार देर रात आईजीएमसी के हॉस्टल में ये छात्र अपने कमरे में शराब के साथ बर्थ-डे पार्टी मना रहे थे, जिन्हें रंगे हाथों पकड़ा गया था।
इस पर अनुशासन कमेटी ने आगामी कार्रवाई करते हुए दो मेडिकल छात्रों को हॉस्टल से हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया है, वहीं तीन अन्य को तीन माह के लिए होस्टल से सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इसमें 2 इंटर्न और तीन एमबीबीएस के थर्ड ईयर के छात्र हैं।
जानकारी के अनुसार मामला चार जून की रात का है। आरोप है कि उक्त सभी छात्र हॉस्टल में शराब पी रहे थे। मामला सामने आने के बाद प्रधानाचार्य ने इसे अनुशासन समिति को भेज दिया था।
इसके बाद समिति ने बैठक बुलाकर छात्रों और वार्डन के बयान दर्ज किए। जांच रिपोर्ट के आधार पर अब दो छात्रों को हॉस्टल से स्थायी रूप से जबकि तीन छात्रों को तीन माह के लिए निष्कासित किया गया है।
समिति ने ये भी चेतावनी दी है कि अगर दोबारा ऐसा करते पाए गए तो डिग्री से वंचित कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन परमार ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आईजीएससी प्रबंधन की ओर से ये कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि हॉस्टलों में इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।