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पांगी-उदयपुर सड़क पर मंगलवार शाम को आया फ्लैश फ्लड
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मुख्यमंत्री सुक्खू के दौरे से लौट रही 66 सदस्यीय पुलिस टीम रास्ते में फंसी
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बीआरओ की मदद से रात में सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
Flash Flood Pangi: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति में मंगलवार शाम उस समय अफरातफरी मच गई जब पांगी-उदयपुर सड़क पर जंगल कैंप तिंदी के पास अचानक आई फ्लैश फ्लड ने यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया। इस सड़क से राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पांगी के दौरे से लौट रहे थे, और उनके साथ वापस भेजी गई पुलिस की 66 सदस्यीय टीम, जिसमें 29 महिला आरक्षी भी शामिल थीं, दो बसों में सफर कर रही थी। इसके अलावा एचआरटीसी की तीन बसों में ड्राइवर और कंडक्टर भी फंस गए थे।
स्थानीय पुलिस चौकी तिंदी के अनुसार, यह हादसा शाम के वक्त हुआ जब ग्लेशियर पिघलने से नाले में पानी का बहाव अचानक बढ़ गया और मलबा बहकर सड़क पर आ गया। इससे पांगी-उदयपुर सड़क पूरी तरह अवरुद्ध हो गई। हालात को देखते हुए तुरंत पुलिस और बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) की टीमें सक्रिय हुईं और देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा।
BRO की टीम ने अपनी गाड़ियों के माध्यम से सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों—फॉरेस्ट रेस्ट हाउस तिंदी और BRO कैंप—तक पहुंचाया। यह स्थान तिंदी पुलिस चौकी से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित है। अधिकारियों के अनुसार, पहाड़ों में दिन में ग्लेशियर पिघलने से पानी का बहाव बेहद खतरनाक हो जाता है, जिससे ऐसी आपात स्थितियां बनती हैं।
पुलिस अधीक्षक लाहौल-स्पीति ने मंगलवार शाम को ही मौके पर टीम भेज दी थी। हालांकि बुधवार सुबह 9.30 बजे तक सड़क पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी थी। पानी का तेज बहाव और लगातार गिरता मलबा सड़क बहाली के कार्य में लगातार बाधा बन रहा है।
सरकार की ओर से जारी जानकारी में कहा गया है कि जैसे ही सड़क यातायात के लिए खुलती है, फंसे हुए लोगों को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया जाएगा। सड़क खुलने के बाद ही पांगी गए हुए कई अधिकारी और मंत्री भी शिमला लौट पाएंगे, जहां उन्हें राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस कार्यक्रम में भाग लेना है। फिलहाल बीआरओ और पुलिस की टीमें सड़क खोलने के लिए पूरी रात से जुटी हुई हैं।