जिला ऊना में आज अतिरिक्त उपायुक्त अरिंदम चौधरी की अध्यक्षता में स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। एडीसी ने पुलिस विभाग को हाईवे पैट्रोलिंग के लिए 5 मोटर साइकिल का आकलन भेजने के आदेश दिए और साथ ही नगर परिषद को बाजार में एनएच के मध्य बनाए गए डिवाइडर पर रेलिंग लगाने का आकलन तैयार करने को कहा। उन्होंने आम जनता से अपील की कि दुर्घटनाओं से बचने के लिए ट्रैफिक नियमों की पालना करें तथा रोड़ साइड लगी येलो लाइन से बाहर ही गाड़ियों को पार्क करें। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक रेड लाइट चौक से हमीरपुर, नंगल और अंब एनएच पर 100 मीटर के दायरे को नो पार्किग जोन बनाया गया है।
एडीसी ने कहा कि जिला ऊना में कुल 30 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए है जिसमें धुसाड़ा-मैहतपुर एनएच पर 6 ब्लैक स्पॉट पनोह, झलेड़ा, रोटरी चौक, रक्कड़, भटोली चौक और बहडाला बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में लोगों की सुविधा के लिए एचआरटीसी द्वारा जिला ऊना में कुल 18 रूटों पर बसें चलाई जा रही है। जिनमें 6 रूट ऊना-कांगड़ा, ऊना-शिमला, ऊना-हमीरपुर, ऊना-धर्मशाला और ऊना-बद्दी और 12 लोकल रूटों पर बसें चलाई गई है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में पुलिस विभाग द्वारा 165 स्कूल बसों के ओवरलोडिंग के चालान काटे गए तथा 30 हजार रूपए जुर्माना वसूला गया जबकि आरटीओ द्वारा 463 स्कूली बसों के चालान काटे गए और 17,58,200 रूपए की राशि वसूली गई। उन्होंने बताया कि आरटीओ द्वारा बसों की ओवरलोडिंग, ऑवरस्पीड, गाड़ी चलाते समय फोन का प्रयोग, शराब पीकर गाड़ी चलाने के कुल 5537 चालान काटे तथा जुर्माना भी वसूला गया। बिना हेल्मेट के दो पहिया वाहन के चालान काटे गए, जिसमें 20,725, बिना सीट बैल्ट गाड़ी चलाने के 6976 और गाड़ी चलाते समय फोन का प्रयोग करने पर 146 चालान काटे गए। उन्होंने बताया कि गत वर्ष जिला में कुल 267 दुर्घटनाएं हुई जिनमें 131 लोगों की मौत हुई जबकि 436 लोग घायल हुए।