कोटखाई गुड़िया मर्डर मामले में 5 महीने बाद भी सीबीआई और पुलिस की जांच पूरी नहीं हो पाई है। हिमाचल की बेटी के साथ ऐसा दुराचार देवभूमि को कलंकित तो करता ही है लेकिन हिमाचल की छवि पर काला दाग भी लगाता है। लिहाजा, गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए सैकड़ों-हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया, लेकिन उनके प्रयास से अभी भी गुड़िया को कोई इंसाफ नहीं मिला।
ऐसे में हिमाचल का एक शख्स ऐसा भी है जो गुड़िया को इंसाफ दिलाने के सैकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहा है। जी हां, शिमला के रहने वाले डॉक्टर सोहन चंदेल पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए पीड़िता के घर से लेकर कांगड़ा तक की पैदल यात्रा कर रहे हैं। पेशे से मनोचिकित्सक डॉ. सोहन चंदेल ने सोमवार को तांदी के जंगलों से कांगड़ा तक की यात्रा शुरू की है।
सोहन के इस कार्य में उनके पिता भी सहायता कर रहे हैं। सोहन के पिता खुद उन्हें गाड़ी से तांदी के जंगलों तक छोड़ने पहुंचे, जिसके बाद डॉ. सोहन ने यात्रा शुरू की। सोहन का कहना है कि उनका इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य 'गुड़िया' को न्याय दिलाना है। वहीं, इस यात्रा के दौरान उनका उद्देश्य हर महिला या लड़की को सजग और निडर करना है। ये यात्रा तांदी के जंगलों से शूरू होकर कांगड़ा में मां बृजेश्वरी देवी के मंदिर तक होगी।