हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा ने देसी विदेशी पर्यटकों को प्रदेश में आने की इजाजत देने ओर इनके प्रवेश नियमों में ढील बरतने को खतरनाक बताया है। मोर्चा के अध्यक्ष लक्षमेंद्र सिंह ने बुधवार को मंडी शहर के कालेज रोड़ में एक निजी होटल में ठहरने के बाद सुबह चेक आउट करते हुए विदेशी पर्यटकों का हवाला देते हुए कहा कि ये पर्यटक कोविड-19 की हिदायतों का कतई पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय मंडी में बुधवार सुबह विदेशी पर्यटकों के कई जत्थे परिवार सहित घूमते हुए पाये गये जो परिवार सहित निजी दोपहिया वाहनों पर कोविड-19 के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे। इन विदेशी पर्यटकों में सोशल डिस्टैंसिंग के साथ-साथ मास्क की शर्तों का भी पालन नहीं किया था।
हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष लक्ष्मेन्द्र सिंह ने मुख्यमन्त्री से आग्रह किया है कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित केसों की बढौतरी को देखते हुए देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए हिमाचल की सीमाओं को तत्काल सील कर दिया जाए ताकि किसी भी राज्य के रैड जोन से आने वाले पर्यटकों से कोरोना महामारी के संकट का खतरा हिमाचल प्रदेश वासियों को न झेलना पड़े। साथ ही स्वास्थ्य विभागों को हिमाचल प्रदेश में कोरोना की जांच के दायरे को बढ़ाते हुए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अस्थाई बूथों को स्थापित कर व्यक्तियों की रेन्डम जांच कर संक्रमित केसों की संख्या को कम किया जा सके।
मोर्चा ने प्रदेश सरकार से कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले फौजियों, पुलिस कर्मियों, मजदूरों और उनके परिवारों को जब होम क्वारटाईन होना पड़ रहा है तो पर्यटकों को हिमाचल प्रदेश में मौज-मस्ती के लिए घूमना-फिरना कोविड-19 संक्रमण को बढ़ावा देने के लिए सावित हो सकता है जो कि प्रदेश की जनता से बहुत बड़ा अन्याय ही सिद्ध होगा।