वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कुल्लू शहर को स्वच्छ बनाने के लिए ‘वेस्ट-टू-टेस्ट कैफे’ एक अनुपम योजना का शुभारंभ किया। योजना का क्रियान्वयन नगर परिषद कुल्लू द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर वन मंत्री ने जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में यह सचमुच एक अनूठी पहल है। और कुल्लू शहर में मोटा कचरा यानि प्लास्टिक, शीशा, गत्ता, लोहा इत्यादि लोगों से प्राप्त करके इसका रिसाइक्लिंग से पुनः सदुपयोग हो सकेगा। योजना की विशेषता है कि गरीब व्यक्ति भी घर अथवा अन्य घरों से कबाड़ व कचरा एकत्र कर अच्छे रेस्तरां में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का परिवार सहित आनंद उठा सकेंगे।
गोविंद सिंह ठाकुर ने शहर के लोगों से अपील की है कि वे योजना के तहत अनुपयोगी वस्तुओं अथवा कचरे को सरवरी स्थित मटिरियल रिकवरी सुविधा (एमआरएफ) केन्द्र में नगर परिषद को सौंपे। इससे कुल्लू शहर को साफ-सुथरा बनाने में निश्चित तौर पर मदद मिलेगी। योजना की सफलता के बाद इसे साथ लगते उप-नगरों में भी क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने लोगों से वृक्षारोपण करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत बेटी के जन्म पर पांच पौधे वन विभाग द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे हैं और जब बेटी पांच वर्ष की हो जाए और पौधे जीवित रहे तो बेटी के नाम सरकार पांच हजार रूपये की राशि जमा करवाएगी। मंत्री ने इस अवसर पर 15 लोगों को कूपन वितरित किए जिन्होंने एमआरएफ में कचरा जमा करवाया। उन्होंने नगर परिषद, जिला प्रशासन सभी से अपील की कि वे योजना की शुरूआत अपने घरों से करें और दूसरों के लिए प्रेरणा बनें।
योजना के बारे में जानकारी देते हुए डीसी डॅा. ऋचा वर्मा ने बताया कि व्यंजनों में कॉफी, सिड्डू, आइसक्रीम, पिज्जा, बर्गर एवं परिवार के चार सदस्यों को शानदार डिनर का प्रावधान किया जाएगा। मुफ्त कूपन धारक व्यक्ति को ये व्यंजन कुबेर फॉस्ट फूड, ज्ञानी आईस क्रीम, बुक कैफे और सिटी च्वाईस होटल से उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कॉफी के लिए तीन किलो कांच, आधा किलो प्लास्टिक, दो किलो गत्ता व एक किलो ई.वेस्ट में से कोई एक वस्तु जमा करवानी होगी। बर्गर सिड्डु व मोमो के लिए चार किलो कांच, एक किलो प्लास्टिक, तीन किलो गत्ता व दो किलो ई.वेस्ट में से कोई एक वस्तु, लंच अथवा सैण्डविच्च के लिए ये वस्तुएं क्रमशः पांच किलो, डेढ किलो, चार किलो व तीन किलो में कोई एक जमा करवानी होगी। इसी प्रकार परिवार सहित रात्रि भोज के लिए 10 किलो कांच अथवा, तीन किलो प्लास्टिक अथवा सात किलो गत्ता अथवा छः किलो ई.कचरा देना होगा।