भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन नाहन में अनेक कार्यक्रमों में शामिल हुए। यहां एक कार्यक्रम के लिए जहां आदर्श केंद्रीय कारागार पहुंचे। उन्होंने यंहा 19 महीनों के दौरान बिताए गए समय को याद किया। इस दौरान उनके साथ एमरजेंसी के समय जेल काटने वाले साथी के तौर पर भाजपा के राधा रमन शास्त्री, महेंद्र सिंह सोफत और श्यामा शर्मा भी साथ रहे।
दरअसल, एमरजेंसी के दौरान जेल में 16 लोगों को रखा गया था जिनमे से यह चारों ही जीवित हैं। उसी समय की यादों को ताजा करने को लेकर शांता कुमार नाहन पहुंचे है। शांता कुमार ने यंहा रहने के दौरान चार पुस्तकें भी लिखी थी। यंहा पहुंचने पर आदर्श केंद्रीय कारागार में उन्होंने लगभग एक घण्टे का समय व्यतीत किया जहां उन्होंने अपने विचार कैदियों के साथ साझा किये। उन्होंने कहा कि जेल में रहने वाले व्यक्ति भी आम लोगों की तरह है। केवल उन्होंने कोई गलती की है जिसके चलते उन्हें यहां समय बिताना पड़ रहा है। केवल हिमाचल प्रदेश में ही जेल सुधार का कार्य बेहतर कार्य कर रहा है जिसको देख कर उन्हें खुशी मिली है। नाहन की जेल उनके लिए तीर्थ है। जब वे यंहा जेल में बंद थे जेल में बंद रहने के दौरान उन्होंने चार पुस्तकें भी लिखी।
आदर्श कारागार में समय बिताने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने मीडिया से अपने विचार साझा किया। इस दौरान पूर्व बीजेपी नेत्री श्यामा शर्मा भी उनके साथ मौजूद रही। जयराम ठाकुर की नेतृत्व की सरकार सरहानीय कार्य कर रही है जिसका उदाहरण बीते दिन पेश किया गया बजट है। जिसमें प्रदेश के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। फर्जी डिग्री मामले और दवाई के सेम्पल फेल होने वाले मामले पर कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है। अपने आज के दिन के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने यंहा कारागार में लिखी चारों किताबों की रॉयलटी यंही देने का फैसला किया है जिसके तहत उन्होंने आज 1 लाख रुपये का चेक जेल प्रशासन को सौंप दिया है।