धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की टिहरा उपतहसील की तानिहार ग्राम पंचायत के नलयाणा गांव में आज सुबह एक बहुत बड़ा हादसा हो गया।जिसमें एक मकान पर ल्हासा गिरने के कारण उस घर के सदस्यों को बाहर निकालते समय पूर्व प्रधान प्रभास राणा जो इसी गांव के निवासी हैं दीवार गिरने से उसकी चपेट में आ गए और उनकी दुःखद मृत्यु हो गई।
पूर्व ज़िला परिषद सदस्य एवं राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड के सदस्य भपेंद्र सिंह ने बताया कि आज सुबह ही नलयाणा गांव में उनके पड़ोसी के घर पर भारी बारिश के कारण मलवा आ गया और परिवार अंदर ही फंस गया।जिन्हें बाहर निकलने के लिए प्रभास राणा ने घरके अंदर प्रवेश किया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल दिया लेक़िन उतने में दीवार पर पीछे से और मलबा आ गया और दीवार गिर गयी और वे उसके नीचे दब गए।
तीन दिन से हो रही प्रलयकारी वारिस के कारण सड़क मार्ग बंद होने के कारण उन्हें समय पर टिहरा अस्पताल जो यहां से मात्र सात किलोमीटर दूर है तक नहीं पहुंचाया जा सका और रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।भपेंद्र सिंह ने बताया कि प्रभास राणा कॉलेज समय से ही सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते थे और छात्र संगठन एसएफआई के राज्य अध्यक्ष रह चुके हैं।उसके बाद वे जनवादी नॉजवान सभा और मज़दूर संगठन सीटू के ज़िला अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं प्रदान करने के बाद पँचायत प्रधान और दो बार बीडीसी सदस्य भी रह चुके हैं।एक बार ज़िला परिषद का चुनाव भी लड़ा
था और बहुत कम मतों से हारे थे।वर्त्तमान में वे धर्मपुर ब्लाक कांग्रेस कमेटी के सचिव थे
औरविधायक चन्द्रशेखर की कोर कमेटी के सदस्य थे।पत्नी के अलावा उनकी एक बेटी जिसने बीएससी नर्सिंग की है और चंडीगढ़ एक निजी अस्पताल में कार्यरत हैं और बेटा सुन्दरनगर में बी फार्मेसी कर रहा है।उनके इस तरह से अचानक निधन की ख़बर आते ही पूरे इलाक़े में शोक की लहर दौड़ गई है।