हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव पार्थ सार्थी मित्रा का 66 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे काफी समय से कैंसर से जूझ रहे थे और उनका उपचार चल रहा था। बुधवार सुबह उपचार के दौरान उन्होंने अस्पताल में दम तोडा। पी. मित्रा 1978 बैच के आईएएस अधिकारी थे। 1956 में उनका जन्म हुआ था। पी. मित्रा मूल रूप से दिल्ली से थे। हिमाचल में ठियोग और अन्य जगहों पर भी उनकी संपत्तियां हैं।
धूमल सरकार में जब वह राजस्व सचिव थे, उस दौरान धारा-118 के तहत जमीन खरीद को लेकर मंजूरी देने में गड़बड़ी के आरोप उन पर लगे थे। बाद में वह वीरभद्र सरकार में मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर भी रहे थे।
उनपर आरोप हैं कि वर्ष 2010-11 में घूस लेकर गैर हिमाचलियों को जमीन दी गई। इसमें भ्रष्टाचार के तहत मामला दर्ज किया गया। उस समय धूमल की सरकार थी और पी मित्रा प्रमुख सचिव राजस्व थे। कांग्रेस की सरकार आने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। विजिलेंस की क्लोजर रिपोर्ट को सेशन कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया था और फिर जयराम सरकार बनते ही नए सिरे से जांच की गई।
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