जिला कांगड़ा में फोर्टिस अस्पताल की स्टाफ नर्स काजल ने मानवता और अपने प्रोफेशन का एक जीता जागता उदाहरण पेश किया है। इसके चलते एक बस चालक को जीवनदान मिला। काजल के साहस और निःस्वार्थ सेवाभाव के लिए फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के चेयरमैन तरुण श्रीधर एवं डायरेक्टर कर्नल एचएस भगत ने उसे स्पेशल इन्क्रिमेंट, 5000 रुपए नकद और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले एचआरटीसी के ड्राइवर की चलती बस में अचानक सांसें थम गई थीं। यह बस धर्मशाला से कांगड़ा, टांडा की तरफ जा रही थी। पुराना मटौर के पास बस सड़क पर अचानक रुक गई और बस चला रहा ड्राइवर सीट से बेसुध होकर एक तरफ गिर पड़ा। अचानक हुई इस घटना को देखकर सभी बस सवार हैरान रह गए। इसी दौरान फोर्टिस कांगड़ा की स्टाफ नर्स काजल, जो कि ड्राइवर सीट से पिछली सीट पर बैठी थी, ने वक्त को न गंवाते हुए अन्य यात्रियों के सहयोग से ड्राइवर को जमीन पर लेटाया। जब उसने ड्राइवर को चेक किया तो पाया कि नब्ज धीमी हो गई थी, धड़कन मंद थी, सांसें थम चुकी थीं। वह अचेत अवस्था में था। काजल को समझने में देर न लगी कि मामला गंभीर है और तुरंत हस्तक्षेप करना लाजिमी है।
काजल ने हौंसला दिखाया और बिना देर किए उसने अपने अनुभव और हुनर को दर्शाते हुए सीपीआर देना, यानि हार्ट को जोर-जोर से कॉम्प्रेस करना शुरू किया। यह प्रक्रिया उसने करीब 15 मिनट तक जारी रखी, इस दौरान उसने मरीज को मुंह द्वारा भी ऑक्सीजन दी। आखिर 15 मिनट बाद काजल की मेहनत रंग लाई और बस ड्राइवर के दिल की धड़कन ने हरकत करनी शुरू कर दी। थमी हुई सांसें चलने लगीं, उसने अपनी आंखें खोल दीं और बात करनी शुरू कर दी, जिसके उपरांत चालक ने अस्पताल में शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ पाया।
वहीं, फोर्टिस कांगड़ा के चेयरमैन तरुण श्रीधर एवं डायरेक्टर कर्नल एचएस भगत सहित फोर्टिस ग्रुप के सीओओ आशीष भाटिया ,फोर्टिस मोहाली के मेडिकल डायरेक्टर गुरबीर सिंह ने कहा कि हमें प्रसन्नता है कि फोर्टिस की लाइफ सेविंग ट्रेनिंग एवं सेवाभाव के बलवुते स्टाफ नर्स काजल बस ड्राइवर की जान बचाने में कामयाब हो पाई। काजल की इस उपलब्धि पर फोर्टिस कांगड़ा गौरवान्वित है। उन्होंने सभी फोर्टिस स्टाफ को मानव सेवा के लिए सदैव तत्पर रहने का आह्वान किया है।