अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के पांचवें दिन चार हजार महिलाओं ने ढालपुर के रथ मैदान में सामूहिक रूप से कुल्लू का पारंपरिक लोकनृत्य नाटी करके स्वच्छता और पोषण का संदेश दिया। अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और उनकी धर्मपत्नी रजनी ठाकुर, उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा और अन्य गणमान्य लोगों ने भी इस महानाटी में भाग लिया।
करीब एक घंटे तक चले इस अद्भुत सामूहिक लोकनृत्य में चार हजार से अधिक महिलाओं ने ढोल-नगाड़ों की थाप, पारंपरिक कुल्लवी लोकगीतों और शहनाई तथा अन्य वाद्य यंत्रों की धुन पर बड़े उत्साह व जोश के साथ नाटी डाली। आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने स्वच्छता और पोषण अभियान पर आधारित लोकगीतों के साथ नाटी की शुरुआत की।
इस अवसर पर महानाटी के प्रतिभागियों को बधाई देते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि महानाटी के माध्यम से न केवल कुल्लू की समृद्ध लोक संस्कृति के संरक्षण का प्रयास किया गया है, बल्कि आम लोगों को स्वच्छता और पोषण अभियान के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया गया है।
वन मंत्री ने कहा कि लोक संस्कृति से ही हमारी पहचान कायम रहती है। पारंपरिक कुल्लवी नाटी हमारी समृद्ध लोक संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है और इसके संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान महानाटी की परंपरा को जारी रखा जाएगा। आने वाले वर्षों में यह आयोजन और भी बड़े स्तर पर किया जाएगा।