कैबिनेट बैठक में स्कूलों को लेकर भी फैसला लिया है। 15 फरवरी से 6वीं और 7वीं के छात्र भी स्कूल में आकर पढ़ाई कर सकेंगे। जबकि पहली से चौथी कक्षा तक के बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई होगी। साथ ही उनकी वार्षिक परीक्षा भी घर से ऑनलाइन ही करवाई जाएगी। छात्रों का साल 2021-22 का शिक्षण सत्र 1 अप्रैल से शुरू किया जाएगा। शुरू में पिछली कक्षा के सलेबस की दोहराई भी करवाई जाएगी।
यदि कोई छात्र शिक्षक प्रदेश के किसी भी शिक्षण संस्थान में कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो उस संस्थान को प्रोटोकॉल के तहत सेनेटाइज करने के बाद 48 घंटे तक बंद रखा जाएगा। इसके अलावा सरकार ने एहतियात के तौर पर स्कूलों में मिलने वाले मिड डे मिल पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है। हालांकि इस दौरान बच्चों को स्कूल में सूखा राशन खाने को दिया जाएगा। वहीं, खाना बनाने और उस पर खर्च होने वाली राशि छात्रों के अभिभावकों के खाते में जमा कर दी जाएगी।