घुमारवीं नगर परिषद के 7 वार्डों में पिछले लगभग 7 दिनों से स्ट्रीट लाइटें रात को बंद पड़ी हैं और सुबह होते ही लगभग 7 बजे जल जाती हैं। शहर के लोग रात के अंधेरे में रहने को मजबूर हैं और नगर परिषद के अधिकारी समस्या का समाधान करने में विफल हैं। नगर परिषद ने कुछ समय पहले पूरे शहर में एलईडी की लाईटों से गुलजार किया गया था तो हर व्यक्ति के चेहरे पर खुशी थी ,पर समय बीत जाने के साथ-साथ जब शहर की लाईटें रात को लगभग एक सप्ताह से बंद रह रही हैं और सुबह के उजाले के साथ जगमगा जाती हैं । वार्ड के लोगों के द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। लगभग 8 किलोमीटर के दायरे में पड़ने वाले घुमारवीं नगर परिषद मे 800 के करीब लाईटें लगी हैं जिससे शहर के लगभग 28000 हजार लोग इन लाइटों का लाभ ले रहे हैं।
शहर के हर वार्ड से स्ट्रीट लाइटों को लेकर लोग अपनी शिकायतें लेकर नगर परिषद के पास आ रहे हैं। नगर परिषद का सुस्त रवैया से आम जनता परेशान होने को मजबूर हो रही है और लाईटों का दिन के समय में जगमगा देना चिंता का विषय है। नगर परिषद बार बार दावे करती हैं कि लोगों को जो भी समस्या है उनका समाधान तुंरत प्रभाव से किया जाता है, पर यह दावे खोखले साबित हो रहे हैं और लोगों को स्ट्रीट लाइटों के बिना ही रात के अंधेरे से गुजरना पड़ता है जिससे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारी समाधान करें ,दावे नहीं
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद के कार्यालय में कई बार शिकायतें करने के बाद भी स्ट्रीट लाईटें रात को बंद रह रही हैं और दिन के उजाले में जगमगा देते हैं जिससे नगर परिषद के लाखों रुपए बर्बाद हो रहे हैं। दिन के उजाले में लाईटों का जगमगा जाने से शिकायत करने के बावजूद भी निजात नहीं मिल रही है। इन लोगों ने नगर परिषद से आग्रह किया है कि लाईटों को रात में ही जगाएं। जिससे आम जनता को लाभ मिल सके और दिन के उजाले में लाईटों को जगाना नगर परिषद के और बिजली विभाग की नलायकी दर्शाती है।