हिमाचल प्रदेश राजकीय शारीरिक शिक्षक संघ के प्रधान मस्त राम बड़यान ने प्रदेश सरकार पर शारीरिक शिक्षकों से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने ने कैबिनेट द्वारा 3636 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा में शारीरिक शिक्षक का एक भी पद न सम्मिलित करने के फैसले का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार खेलो-इंडिया अभियान चला रही है और दूसरी तरफ हिमाचल में लगभग डेढ़ हज़ार से भी ज्यादा शारीरिक शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संघ को सरकार से पूर्ण आशा थी कि इस बार कम से कम 1000 के करीब शारीरिक शिक्षकों के पद भरें जायेंगे। लेकिन बहुत दुख हुआ कि सरकार द्वारा शारीरिक शिक्षकों से सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
शारीरिक शिक्षक संघ ने सरकार को अवगत कराते हुए कहा कि पिछले वर्ष अंडर-14 हैंडबॉल में हिमाचल की बेटियों ने राष्ट्र-स्तरीय प्रतियोगिताओं में भारतवर्ष में दूसरा स्थान और हॉकी में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। और इस बर्ष भी वॉक्सिंग में अंडर-14 स्तर की खेलों में भारतवर्ष में पहला स्थान हिमाचल ने अर्जित कर स्वर्ण पदक जीता है। संघ ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि शारीरिक शिक्षकों के पदों को भी शीघ्र-अतिशीघ भरने की घोषणा की जाए।