जयराम सरकार के गलत निर्णयों से हॉटेल इंडस्ट्री पीट चुकी है। लॉक डाउन के बाद करोड़ों के घाटे से गुज़र रही हॉटेल इंडस्ट्री को सरकार ने अपने पर्यटन विरोधी निर्णयों से खस्ताहाल कर दिया है। क्रिसमस और न्यू इयर पर पर्यटन सीजन में सरकार के निर्णय भारी पड़ रहे है। कोरोना बंदिशों के चलते 50 फीसदी से ज़्यादा पर्यटकों ने बुकिंग रद कर दी है। सरकार का 9 बजे के बाद शिमला सहित चार जिलों में कर्फ्यू का निर्णय समझ से परे है। क्या रात को कोरोना नाच करता है।
शिमला होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन ने सरकार के निर्णयों पर सवाल उठाए हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद ने बताया कि सरकार ने रात्री कर्फ्यू के साथ शिमला में रविवार को बाजार बंद करने के आदेश दिए हैं। पड़ोसी राज्यों से पर्यटक वीकएंड में आता है। जब बाजार ही बन्द होंगे तो पर्यटक शिमला आकर क्या करेगा। ऊपर से खुले में खाने पर भी शिमला में बंदिशें हैं। इस बीच पर्यटक होटलों में की बुकिंग रद्द कर रहा है। अभी तक 50 फ़ीसदी से ज़्यादा बूकिंग रद्द हो चुकी है। उनका कहना है कि नए साल में पर्यटन सीजन होता है। इस बीच ये बंदिशें हॉटेल इंडस्ट्री को बर्बाद कर देंगी।