राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस) के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और गणतंत्र दिवस के मौके पर नई दिल्ली के राजपथ पर परेड में भाग लेने वाले हिमाचल के एन.एस.एस वालंटियर ने आज राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भेंट की। राज्यपाल ने कुल्लू जिले के जवाहरलाल नेहरू राजकीय महाविद्यालय, हरिपुर के छात्र सुमित को वर्ष 2018-19 के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस) का राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने पर बधाई दी। उन्होंने गणतंत्र दिवस पैरेड में भाग लेने वाले सिरमौर जिले के राजकीय महाविद्यालय, संगड़ाह के विद्यार्थी सतीश तोमर, ऊना जिले के राजकीय महाविद्यालय, दौलतपुर चैक के विद्यार्थी निखिल ठाकुर, ऊना जिले के महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय, अम्ब की छात्रा कुमारी दीक्षा और हिमाचल प्रदेश युनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीगल स्ट्डीज़ की छात्रा कुमारी मोनिका कुमारी को सम्मानित किया।
इस मौके पर, राज्यपाल ने कहा कि एन.एस.एस. का मुख्य उद्देश्य समाज सेवा के द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास करना है और शिक्षा के द्वारा समाज सेवा एवं समाज सेवा के द्वारा शिक्षा ही इसका लक्ष्य है। मुझे खुषी है कि हिमाचल प्रदेष में एन.एस.एस. अपनी गतिविधियों से इन लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है और राष्ट्र निर्माण में युवाशक्ति को रचनात्मक दिशा प्रदान कर रहा है। एनएसएस का आदर्श वाक्य ‘नॉट मी बट यू’ है। यह इस बात को दर्शाता है कि व्यक्ति का कल्याण अंततः समग्र रूप से समाज के कल्याण पर निर्भर है।
उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक जीवन का सार व्यक्त करता है और दूसरे व्यक्ति के दृष्टिकोण की प्रशंसा व निस्वार्थ सेवा भाव की आवश्यकता को दर्शाता है। साथ ही, अपने साथी व्यक्ति के लिए भी विचार करता है। उन्होंने विद्यार्थियों से इसी भावना के साथ हिमाचल प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता जैसे अभियानों को एनएसएस शिविरों का हिस्सा बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नदियों से लगते गांवों में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें जिससे नदी जल में कूड़ा-कचरा न फैंका जाए। उन्होंने अन्य राज्यों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान के अधिक कार्यक्रम चलाने व राष्ट्रीय एकता पर आधारित और शिविरों के आयोजनों पर बल दिया।