राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बुधवार को ब्रह्मनाद सांस्कृतिक संस्था द्वारा कला और संस्कृति पर प्रकाशित बहुभाषी पत्रिका ‘ब्रह्म बोधी’ के मुख्य पृष्ठ का शुभारंभ किया। पत्रिका का यह प्रकाशन ‘अष्टमात्रुका यंत्र’ के सिद्धांत पर आधारित है। राज्यपाल ने इस अवसर पर पत्रिका के ई-पोर्टल का भी शुभारंभ किया, जिससे लगभग 12 हजार कला विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
राज्यपाल ने पत्रिका के प्रकाशक और संपादक रूपक मेहता का कला के क्षेत्र में आए नए लोगों को मंच प्रदान करने और इस दिशा में उनके द्वारा किए गए योगदान और प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पत्रिका और ई-प्लेटफाॅर्म देश की कला और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा।
इस अवसर पर रूपक मेहता ने राज्यपाल को अवगत करवाया कि यह पत्रिका न केवल प्रसिद्ध दिग्गजों द्वारा लिखे गए मूल्यवान लेखों को सांझा करेगी, बल्कि युवाओं को स्वस्थ संस्कृति, जीवन के उच्च सिद्धांतों के निर्माण के अलावा, नृत्य, संगीत, चित्रकला, मूर्तिकला, कविता, साहित्य, योग और नये युग के तौर-तरीके तथा परंपरा, कला एवं वास्तुकला इत्यादि को अपनाने के लिए भी प्रेरित करेगी।
राज्यपाल को ज्ञापन प्रस्तुत किया
जनजातीय सुरक्षा मंच, हिमाचल प्रदेश के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंच के सह-संयोजक हेम सिंह की अध्यक्षता में आज राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भेंट की। मंच ने राज्यपाल के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को जनजातीय सूची में परिवर्तित जनजातीयों को प्रदान किए जा रहे आरक्षण को समाप्त करने हेतु ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में यह कहा कि यह मामला पिछले पांच दशकों से लंबित पड़ा है और देश की आजादी के 73 वर्षों के उपरांत भी परिवर्तित जनजातियों के लोग आरक्षण का लाभ अब तक उठा रहे हैं।
तिब्बतन समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से भेंट की
तिब्बतन समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल जिनमें स्थानीय तिब्बतन सभा के अध्यक्ष तेंजिन यशिला, सचिव छेरिंग चोजोम, कार्यालय के मुख्य प्रतिनिधि कंचोक, तिब्बतन मार्केट संगठन के अध्यक्ष डाॅ जाम्पा शामिल थे, ने आज राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से राजभवन में भेंट की। उन्होंने तिब्बती समुदाय की ओर से राज्यपाल को दिवाली की बधाई दी।