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शांतिपूर्ण आंदोलन की अपील, लॉ एंड ऑर्डर तोड़ने की इजाज़त नहीं: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल

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शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद प्रदेश भर में धरने और प्रदर्शन हो रहे हैं। हाल ही में देवभूमि संघर्ष समिति के आह्वान पर प्रदेश भर में बड़े पैमाने पर धरने हुए, तो वहीं इसके पहले वाम दलों ने शांति के लिए मार्च निकाला। प्रदेश में इन प्रदर्शनों के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और जनता से शांतिपूर्ण आंदोलन करने की अपील की है।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा, “हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन इसे शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। किसी भी हालत में प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर तोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हर नागरिक को प्रदेश में सौहार्द बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए और अपनी आवाज को कानून के दायरे में रहकर उठाना चाहिए।

शांति बनाए रखने की अपील राज्यपाल ने यह भी कहा कि शांति और व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन और जनता दोनों की जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि आंदोलन हो, लेकिन बिना हिंसा के और किसी भी तरह के कानून को हाथ में लिए बिना। शिव प्रताप शुक्ल ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि हर व्यक्ति को अपनी समस्याओं को शासन और प्रशासन के समक्ष रखने की आज़ादी है, लेकिन यह अधिकार कानून और संविधान की सीमाओं में रहकर होना चाहिए।

शिमला और अन्य इलाकों में प्रदर्शनों के बीच, राज्यपाल का यह बयान लोगों को सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।