शिक्षा और कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू पहुंचे, जहां पर हाल ही में जिला कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है। उन्होंने निजी तौर पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों से मिलने और उनका कुशलक्षेम जानने की इच्छा जताई। मरीजों की देखभाल कर रहे डॉ. कल्याण, डॉ. डोगरा और डॉ. हीरा लाल बोद्ध पहले ही मरीजों की देखभाल के लिए कोविड किट में तत्पर दिखें। उन्होंने गोविंद सिंह ठाकुर और विधायक सुरेन्द्र शौरी को कोविड किट उपलब्ध करवाई और 100 बिस्तरों के समर्पित कोविड केयर सेंटर के न केवल सभी वार्डों में ले जाकर व्यवस्थाओं और सुविधाओं की जानकारी प्रदान की, बल्कि मंत्री सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों से मिले। उन्होंने उनसे बातचीत की और कुशलक्षेम पूछा।
मंत्री ने कोरोना मरीजों से अस्पताल में उन्हें प्रदान की जा रही सुविधाओं, भोजन और इलाज की जानकारी प्राप्त की। मरीजों ने मंत्री को अवगत करवाया कि अस्पताल में कोरोना इलाज के लिए बहुत बढ़िया वातावरण मौजूद है। प्रत्येक बिस्तर के साथ ऑक्सीजन सप्लाई, स्टीमर, वार्मर और अच्छे शौचालयों की सुविधा उपलब्ध है। सभी वार्ड सीसीटीवी की निगरानी में हैं। खाना काफी अच्छा और प्रोटीनयुक्त है। मरीजों को अपने परिजनों से बात करने की सुविधा प्रदान की गई है। डॉक्टर मरीजों की अच्छे से देखभाल कर रहे हैं जिससे उनका हौंसला बढ़ता है।
98 फीसदी मरीज ठीक हुए तेगू बेहड़ कोविड अस्पताल में
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र ने मंत्री को अवगत करवाया कि तेगू बेहड़ कोविड केयर सेंटर में कुल 304 कोरोना पॉजिटिव भर्ती हुए, जिनमें 278 लक्षणयुक्त थे। वेंटिलेशन में कोई भी मरीज नहीं रहा। केवल चार मौतें इस अस्पताल में हुई। 98 फीसदी कोविड मरीज अस्पताल में स्वस्थ हुए। 13 प्रसूतियां भी अस्पताल में अभी तक करवाई गई। तेगू बेहड़ से अब कोविड मरीजों को जिला कोविड केयर अस्पताल में स्थानातंरित कर दिया है और अच्छे से इनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब बहुत कम मरीजों को ही जिला से बाहर रैफर किया जाएगा।
गोविंद ठाकुर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चन्द्र ने अवगत करवाया कि जिला में हिम सुरक्षा अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया है। कुल 4.78 लाख की आबादी में से 3.48 लाख यानि 73 प्रतिशत लोगों के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। अगले कुछ दिनों में शत-प्रतिशत लोगों की स्वास्थ्य जांच का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। मंत्री ने अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य कर्मियों, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस दौरान कोरोना लक्षणों की जांच के साथ-साथ पांच अन्य बीमारियों की भी लोगों में जांच की जा रही है।
जिला में सैंपलिंग को संतोषजनक बताया मंत्री ने
जिला में बीते सप्ताह 4500 कोविड सैंपलों के लक्ष्य के मुकावले 5048 लोगों के सैंपल लिए गए। इस प्रकार अभी तक कुल 36030 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है, जिसमें से 4274 पॉजिटिव पाए गए हैं और 3878 स्वस्थ हो चुके हैं। केवल 318 एक्टिव मामले हैं। 83 मौतें जिला में हुई हैं जिनमें दो नॉन कोविड के कारणों से हुई हैं।
इलाज के लिए अस्पताल आने से न घबराएं लोग
गोविंद ठाकुर ने कहा कि बहुत से लोग कोरोना के डर के कारण अपना इलाज करवाने के लिए अस्पताल आने से हिचकिचा रहे हैं। ऐसा करने से बीमारियां ज्यादा गंभीर हो जाती है और इलाज कठिन हो जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बिना किसी भय के अपना इलाज या जांच करवाने के लिए अस्पतालों में आएं। कोरोना टेस्ट केवल लक्षण वाले व्यक्ति का ही किया जा रहा है। अन्यथा स्वेच्छा से कोई भी करवा सकता है।
गोविंद ठाकुर की लोगों से नियमों की अनुपालना की अपील
गोविंद ठाकुर ने कहा कि सार्वजनिक समारोहों में भीड़ के कारण कोरोना के मामले काफी बढ़ गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक समारोहों में जैसे की 50 लोगों की संख्या को सीमित किया और कोरोना के मामले प्रदेशभर में कम होते गए। जिला में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में काफी कमी आई है। लोग यदि ईमानदारी के साथ नियमों की पालना करें तो कोरोना को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से मास्क का अच्छे से और हर समय उपयोग करने को कहा। सामाजिक दूरी और बार-बार हाथों की सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही। यदि सभी लोग सहयोग करें तो जिला कोरोनामुक्त बन सकता है। उन्होंने कोविड के संकट के दौरान मीडिया की सकारात्मक भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि मीडिया ने लोगों को जागरूक करने की जिम्मेवारी का बखूबी निर्वहन किया है।