जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा के बावजूद हरि सिंह हाइट स्ट्रीट के पास आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका है। इस हमले में 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह ग्रेनेड अटैक तब हुआ है, जब घाटी में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम बेहद सख्त हैं और हर जगह जवानों की सघन तैनाती की गई है। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां इलाज जारी है।
घटना के तत्काल बाद ही मौके पर भारी मात्रा में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। घटनास्थल पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ-साथ सुरक्षबलों की टीम मौजूद है। सुरक्षाबल ग्रेनेड अटैक के बारे में पड़ताल कर रहे हैं। घटना के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है।
सामान्य हालात पर संदेह!
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बावजूद पत्थरबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। 5 अगस्त से लेकर अब तक जम्मू-कश्मीर में 300 से ज्यादा बार पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। हालांकि सुरक्षाबलों की ओर से लगातार घाटी में हालात सामान्य होने का दावा किया जा रहा है।
घाटी में सक्रिय हैं आतंकी
इससे पहले जम्मू कश्मीर के अवंतीपुर में मंगलवार को सुरक्षाबलों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसमें सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को मार गिराया था। मारे गए आतंकी की पहचान लश्कर-ए-तैयबा के अबु मुस्लिम के रूप में हुई थी। इसके अलावा घाटी में आतंकी दलों के सक्रिय होने की हाल ही में जानकारी आई थी। इसी वजह से घाटी में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
आतंकी अवंतीपुर का ही रहने वाला था। वह 4 जुलाई 2018 को आतंकी संगठन से जुड़ा था। खुफिया जानकारी के मुताबिक, अबु मुस्लिम अवंतीपोरा पुलिस स्टेशन और मालनपोरा में एयरबेस के पास आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
इससे पहले सेना और पुलिस के जवानों ने अंवतीपुर में एक एनकाउंटर में उफेद फारूक लोन को मार गिराया। फारूक भी लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी था। फारूक कई आतंकी मामलों में वांछित था। उसने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया था। हाल में ग्रेनेड हमला और दुकानदारों को डराने धमकाने के मामले में पुलिस को उसकी तलाश थी।