सीटू जिला कमेटी हमीरपुर ने ऊना जिला के बाथू-बाथड़ी में अवैध पटाखा फैक्टरी में ब्लास्ट के संबंद्ध में उपायुक्त महोदया के माध्यम से मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को ज्ञापन सौंपा। इस हादसे में 6 महिला मजदूरों की मौत हुई है। जिला कमेटी ने फैक्टरी मालिक, प्रबंधन, श्रम अधिकारी ऊना, उद्योग और बिजली विभाग के अधिकारियों पर हत्या का मुकद्दमा दर्ज़ करने की मांग की है। जिला कमेटी ने मारे गए 6 मजदूरों के परिवार को 25 लाख,गम्भीर रूप से घायल 14 मजदूरों को 20 लाख व अन्य घायलों को 10 लाख रुपये मुआवज़ा देने की मांग की है।
सीटू जिला सचिव जोगिंदर कुमारने इस घटना के लिए प्रदेश सरकार, उद्योग, बिजली और श्रम विभाग को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने कहा है कि श्रम विभाग के नाक तले श्रम कार्यालय ऊना के बिल्कुल नजदीक अवैध रूप से पटाखा फैक्टरी चल रही थी। फैक्टरी में बिजली का भी अवैध कनेक्शन था। काफी समय से यह गोरखधंधा चल रहा था। इसलिए फैक्टरी मालिक,प्रबंधन के साथ ही श्रम अधिकारी,उद्योग व बिजली विभाग के अधिकारियों पर तुरन्त एफआईआर दर्ज़ करके उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए व उन पर हत्या का मुकद्दमा दर्ज़ किया जाए। इस पूरे घटनाक्रम से साफ हो गया है कि उक्त फैक्टरी को प्रदेश सरकार व अधिकारियों का खुला संरक्षण था।
उन्होंने कहा है कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में अवैध गोरखधंधा व माफिया राज़ चल रहा है। मंडी के सुंदरनगर में अभी हाल ही में अवैध शराब के कारण सात लोगों की मौत हुई है। अब अवैध फैक्टरी के कारण छः मजदूरों को बेवजह अपनी जान गंवानी पड़ी है। इस सबसे यह स्पष्ट है कि ठेकेदारों व मालिकों को खुली छूट है। इस से आम जनता व मजदूरों का जीवन संकट में पड़ गया है व उन के जीवन की कोई गारंटी नहीं बची है। इस तरह गरीब आदमी सरकार की इस मिलीभगत के कारण अपनी जान गंवाने को मजबूर है।