पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग और मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों को किसी भी आपात परिस्थिति के लिए सभी आवश्यक तैयारियां करने के आदेश जारी किए हैं। उपायुक्त ने मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कोविड स्वास्थ्य केंद्र औक कोविड केयर सेंटरों को तैयार रखने के आदेश दिए हैं। किसी भी आपात परिस्थिति के लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों का ड्यूटी रोस्टर तैयार करने और नोडल अधिकारियों को भी सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं।
उपायुक्त ने कहा है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी और मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य सभी आवश्यक दवाईयों, ऑक्सीजन सिलेंडरों, पीपीई किट्स, ग्लब्स और अन्य सामान का भी पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करेंगे। अगर इनकी कहीं कोई कमी है तो इस संबंध में तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य और नोडल अधिकारियों को एंबुलेंस सेवाओं के लिए भी एक व्यापक प्लान बनाकर 16 अगस्त तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा जिला आयुर्वेद अधिकारी को जिला आयुर्वेदिक अस्पताल का भवन भी तैयार रखने के लिए कहा गया है, ताकि आवश्यकता पडऩे पर 24 घंटे भीतर इस भवन में कोविड स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया जा सके। जिला के सभी नागरिक अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आइसोलेशन के लिए अलग से आक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था करने को कहा गया है।
उपायुक्त ने कहा कि फील्ड में तैनात स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य कर्मचारी या आशा वर्कर्स घरों में आइसोलेट किए गए कोरोना संक्रमित मरीजों से मिलेंगे या मोबाइल पर संपर्क करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेंगे और इसकी सूचना रोजाना जिला प्रशासन को प्रेषित करेंगे। पूर्व में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में कोविड हेल्पलाइन डयूटी पर लगाए गए आयुष चिकित्सकों को 13 अगस्त से पुन: डयूटी पर उपस्थित होने के आदेश दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग और मेडिकल कालेज प्रबंधन को मेक शिफ्ट अस्पताल के लिए चयनित साइट को समतल करने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।