हमीरपुर में बारिश और तूफान से मक्की की फसल बर्बाद, किसानों के चेहरों पर पड़ी चिन्ता की लकीरें, तूफान से ढहे मक्की की फसल के खेत, किसानों ने प्रदेश सरकार से लगाई मुआवजे की गुहार, कृषि विभाग मान रहा खेतों में है पोटाष की कमी, पोटाष की कमी के चलते थोड़े से तूफान के कारण गिर रही मक्की की फसल।
मॉनसून जहां ऊपरी हिमाचल में कहर ढा रहा है वहीं निचले हिमाचल में भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है। हमीरपुर जिला के कई ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफान के कारण मक्की की फसल के खेत बर्बाद हो चुके हैं। किसानों ने प्रदेश की जयराम सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है।
हमीरपुर कृषि उपनिदेशक पी.सी. सैनी की माने तो हमीरपुर में ज्यादा बारिश नहीं हुई है लेकिन मिट्टी में पोटाश की कमी के चलते मक्की की फसल गिर रही है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया है कि खेतों में बिजाई करते समय पोटाष का उपयोग जरूर करें, ताकि फसल में मजबूती आए। जिला के बड़सर, नादौन, भोरंज, सुजानपुर में बारिश और तूफान के कारण मक्की की फसल बर्बाद हो गई है। जिससे किसानों को खासा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
किसानों का कहना है कि बारिश और तूफान से उनकी मक्की की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, जिससे किसानों की चिन्ता बढ़ गई है। किसानों ने बताया कि हजारों रुपये खर्चकर ट्रैक्टरों से बिजाई की लेकिन अब बारिश और तूफान ने उनकी पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया है। किसानों ने प्रदेश सरकार से मुआबजे की गुहार लगाई है।