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बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की खुली पोल, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में एक बेड पर दो-दो मरीज

समाचार फर्स्ट डेस्क |

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के तमाम सरकारी दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। बुलाने पर न तो एंबुलेंस पहुंचती है और न ही अस्पताल में समुचित इलाज मिल पा रहा है। ताजा मामला

जाजा मामला हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में सामने आया है। जहां पर अस्पताल के गायनी विभाग में एक बेड पर दो-दो महिला मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं,अस्पताल में पर्याप्त बेड की व्यवस्था न होने की वजह से गैलरी में भी मरीजों के लिए विस्तर लगाने पड़ रहे हैं।

इस मामले पर कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि महिलाओं को रेफर करने की बजाय अस्पताल में ही उपचार किया जा रहा है। इस कारण अस्पताल में भीड़ अधिक हो रही है। इस पर सवाल उठना लाजमी है कि अगर इतने बड़े अस्पताल में ऐसा हाल है तो छोटे अस्पतालों में किस तरह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा होगा।

बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की खुली पोल

अस्पताल में भर्ती महिलाओं के तीमारदारों का कहना है कि यदि गायनी वार्ड की महिलाओं को अन्य खाली वार्डों में बिस्तर उपलब्ध करवा दिए जाएं तो उन्हें सुविधा होगी। दो-दो महिलाएं एक बिस्तर पर होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि गायनी विभाग में रोजाना 15 से 20 महिलाओं की डिलीवरी हो रही है और करीब दो दर्जन गर्भवती महिलाएं रोजाना अस्पताल में भर्ती हो रही हैं।

उधर जब इस बारे में एमएस डॉ. अनिल वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में महिलाओं की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। रेफर करने की बजाय अस्पताल में ही महिलाओं को उपचार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं।