मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में वार्ड सिस्टर की प्रताड़ना से तंग आकर स्टाफ नर्स द्वारा आत्महत्या करने के मामले में परिजनों ने शव भोटा चौक पर रख कर चक्का जाम किया। गुस्साए परिजन मामले में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। मौके पर एएसपी विजय सकलानी और एसडीएम चिरंजी लाल पहुंच गए है और परिजनों से बात कर रहे हैं। परिजनों ने दो घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
हमीरपुर के बारल गांव में किराए के मकान में रह रही स्टाफ नर्स मोनिका कनोरिया (32) ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मोनिका ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है जिस पर वार्ड सिस्टर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। घटना के समय मकान में कोई नहीं था। मोनिका का एक पांच साल का बेटा है और जब स्कूल से देर शाम को बच्चे को लेकर मकान मालिक कमरे में गया तो देखा कि फंदे से मोनिका लटकी हुई थी।
गौरतलब है कि मोनिका दो साल से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवाएं दे रही थी और मोनिका के लिखे हुए सुसाइड नोट के अनुसार सीनियर वार्ड सिस्टर आए दिन कुछ न कुछ कह कर तंग करती थी। जिस कारण मजबूरन मोनिका ने आत्महत्या करने का फैसला लिया और अपनी मौत के लिए सीनियर स्टाफ नर्स को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में मोनिका ने लिखा है कि स्कूल टाइम से ही पढाई में टॉपर रही है लेकिन सीनियर स्टाफ नर्स हर बात के लिए रोका टोकी करती थी। मोनिका का पति आत्मिक कनोरिया भी दवा कंपनी शिमला में काम करता है। वहीं, पुलिस ने धारा 306 आईपीएसी के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।