हिमाचल प्रदेश में हर साल बरसात के मौसम में सड़कों की हालत दयनीय हो जाती है। सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे देखने को मिलते हैं जिस कारण से दो पहिया वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे हैं। सड़कों की इस दयनीय स्थिति का मुख्य कारण है सही ढंग से निर्माण कार्य न होना। प्रदेश में सड़कों का काम तो होता है लेकिन उसमें गुणवता की कमी रहा जाती है। क्योंकि लोकनिर्माण विभाग के काम का जिम्मा ठेकेदार के हाथ में होता है और ठेकेदार अपनी जेबें भरने के चक्कर में निर्माण कार्य सही से नहीं करते। न तो सड़कों पर सही ढंग से पानी की निकासी के लिए नालियां बनाई जाती हैं और टारिंग सही ढंग से की जाती है। इसलिए जब बरसात होती है तो पानी के तेज वहाब से टारिंग उखड़ जाती है और सड़क गड्ढों में बदल जाती है।
ऐसा ही ताजा मामला हमीरपुर में सामने आया है जहां बरसात के मौसम से पहले भोटा चौक से नादौन चौक तक किया गया पेचवर्क एक दो बारिश के बाद ही उखड़ गया और सड़क फिर से अपनी पुरानी स्थिति में आ गई। इस बारे में जब लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता देव राज से पूछा तो उन्होंने बताया कि सीवरेज का पानी लीक होने से सड़क खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि बरसात में लोगों ने घरों के पानी का बहाव भी सड़कों की तरफ कर दिया है जिस कारण से सड़क खराब हो रही है।