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हमीरपुर: स्वच्छ भारत मिशन ने बदली करियाली गांव की तस्वीर, घरों से निकलने वाला गंदा पानी खेतों के लिए बना वरदान

कमल नाग |

स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत वाटर वेस्ट टैंक और लिक्विड वेस्ट ड्रेन ने हमीरपुर के अंतर्गत पड़ते विकास खंड बमसन (टौणीदेवी) के करियाली गांव की तस्वीर बदल कर रख दी है। कभी कीचड़ से लबालब रहने वाली गांव की गलियां आज पक्के रास्ते में बदल चुकी हैं। घरों से निकलने वाला गंदा पानी अब खेतों के लिए वरदान बन रहा है। एक समय था जब इस गांव को मुख्य सड़क से एक पुराना रास्ता जाता था। आस-पास के घरों से निकलने वाले रसोई और बाथरूम के गंदे पानी से रास्ता लबालब भरा रहता और फिसलन होने पर यहां से गुजरना भी मुश्किल था। ऐसे में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांव करियाली के लिए वाटर वेस्ट टैंक निर्माण की रूप रेखा तैयार की गई।

गांव की वृद्धा प्रभी देवी ने इसके लिए स्वेच्छा से भूमि दान की। गांव के 20 से 25 घर जोकि रास्ते के साथ बने हैं, वहां से निकलने वाले व्यर्थ पानी को पाईपों के माध्यम से रास्ते के नीचे बिछी मुख्य निकासी नाली (लिक्विड वेस्ट ड्रेन) से जोड़ा गया। प्रत्येक घर के सामने एक चैंबर स्थापित किया गया ताकि गंदगी इत्यादि फंसने पर नाली की आसानी से साफ-सफाई की जा सके। यह निकासी नाली गांव से लगभग 250 मीटर नीचे की तरफ निर्मित वाटर वेस्ट टैंक तक जाती है। इसी टैंक में इन सभी घरों का व्यर्थ पानी एकत्र होता है। टैंक निर्माण के लिए वर्ष 2018-19 में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत लगभग दो लाख 31 हजार रुपए तथा निकासी पाईप पर लगभग तीन लाख 56 हजार रुपए व्यय किए गए। टैंक में एकत्र पानी को निकासी व्यवस्था के माध्यम से खेतों की ओर मोड़ा गया है। ऐसे में टैंक के आस-पास नमी बढ़ी है और नीचे की ओर स्थित खेतों में फसल उत्पादन में भी वृद्धि दर्ज की गयी है।

मुख्य निकासी पाईप बिछाने के उपरांत रास्ते को टाईलें लगाकर पक्का कर दिया गया है जिसके लिए 14वें वित्त आयोग से दो लाख रुपए तथा एसडीआरएफ से एक लाख रुपए की राशि व्यय की गई है। पंचायत के प्रयासों से इस रास्ते पर जगह-जगह सौर ऊर्जा संचालित स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था भी की गई है। ऐसे में अब करयाली एक आदर्श गांव के रूप में उभरा है।

स्थानीय निवासी प्रवीण कुमारी का कहना है कि उनका घर गांव के निचले छोर पर है। पहले व्यर्थ पानी रिस कर उनके घर तक पहुंच जाने से काफी दिक्कतें होती थी। फिसलन भरे रास्ते पर चलना भी मुश्किल था। अब व्यर्थ जल प्रबंधन ढांचा बन जाने से उनकी राहें काफी आसान हो गई हैं। गांव के दलीप सिंह व सुरजीत सिंह बताते हैं कि टैंक बनने के बाद रास्ते पर कीचड़ की समस्या हल हो गई है। टैंक का ओवर फ्लो पानी खेतों में डाल देने से नमी बढ़ी है और फसल उत्पादन भी बेहतर हुआ है।

ग्राम पंचायत प्रधान दलजीत सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत देश के लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया गया और प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में इसे पंचायत स्तर तक बखूबी अमलीजामा पहनाया जा रहा है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार का आभार जताते हुए पंचायत में इस कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए जिला व खंड स्तर के सभी अधिकारियों व ग्रामीणों की भी सराहना की है।

वहीं, इस बारे में उपायुक्त हरिकेश मीणा का कहना है कि वे पंचायत का दौरा कर यह कार्य देख चुके हैं और आने वाले समय में अन्य पंचायतों में भी इस तरह के कार्यों के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा।