हमीरपुर के वार्ड नंबर 7 और हाउसिंग बोर्ड कालोनी में सड़क पर ही कूड़े के ढेर को आग लगाई जा रही है। यह लापरवाही तब बरती जा रही है जब नगर परिषद हमीरपुर ने खुले में कूड़ा-कचरा जलाने पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद जगह-जगह कूड़ा-कचरा खुले में जलाया जा रहा है। ठेके पर तैनात सफ़ाई कर्मचारी कचरे के साथ ही पॉलीथिन को भी आग के हवाले कर रहे हैं। जाहिर है यह ग़ैरक़ानूनी कार्य जहरीली गैस का कारण बन रहा है।
लोगों का कहना है कि नगरपरिषद के सफाई कर्मी नियमित रूप से कचरे का उठाव नहीं करते, इसलिए कचरा जला दिया जा रहा है। लेकिन, हकीकत यह है कि खुलेआम रिहायशी इलाकों में पॉलीथिन युक्त कचरे को जलाने से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। इससे कैंसर सहित कई घातक बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बना रहता है। नियमित कूड़ा का उठाव नहीं होने से आबादी वाले क्षेत्र में कूड़ा जलाए जाने से वातावरण में घातक रासायनिक गैस फैल रही है। इससे साफ है कि निगम द्वारा न तो रोजाना कचरे का उठाव किया जा रहा है और ना ही उसका बेहतर प्रबंधन।
बता दें कि प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में ही पॉलीथिन को बैन कर दिया है। इसके बावजूद अभी भी बाजार में खुलेआम पॉलीथिन का यूज हो रहा है। इस बारे में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि खुले में कचरा जलाना गलत है। ऐसा करने से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि नगरपरिषद ने सफाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए ही डोर टू डोर कचरा उठाने की व्यवस्था की है । खुले में क़ूड़ा जलाने वालों पर कार्यवाही की जाएगी।