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हमीरपुर का युवा 27 लाख की ठगी का शिकार

DESK |

अगर आप भी फेक कॉल के जरिए दोस्ती के झांसे में आ रहे हैं तो सावधान हो जाइए।
जी हां, हिमाचल के हमीरपुर जिले का एक युवक 27 लाख रुपये की ठगी का शिकार हुआ है।
हुआ यूं कि यह युवक एक अनजान महिला से फोन कई दिनों से बाते कर रहा था। महिला से बाते करने की आदत इतनी हद से आगे बढ़ गई कि युवक महिला से व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर भी करने लगा। दोनों में बाते इतनी ज्यादा बढ़ गई कि महिला ने युवक की न्यूड वीडियो बना ली फिर उसे ब्लैकमेल करने शुरू कर दिया। युवक ने भी लोक लाज की डर से वीडियो शेयर नहीं करने के चलते महिला के खाते में 91 बार ट्रांजेक्शन कर 27 लाख की धनराशि ट्रांसफर कर दी। इतना ही नहीं युवक ने यह धनराशि लोन लेकर शातिर महिला के खाते में ट्रांसफर कर दी। जब महिला की ब्लैकमेलिंग खत्म ही नहीं हो रही थी तो फिर थक हार कर युवक ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवा दी।
बता दे कि शातिर महिला ने युवक को इस तरह अपने जाल में फंसाया कि वो शातिरों को धीरे-धीरे करके पैसा ट्रांसफर करता रहा.

शिकायत मिलने पर साइबर पुलिस ने अज्ञात शातिरों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी छानबीन शुरू कर दी है. दरअसल, हुआ यूं कि एक महिला ने व्हट्सएप पर वीडियो कॉल करके मंडी के इस युवक से दोस्ती की, उसके बाद महिला ठग ने इस युवक को अपने प्यार के जाल में फंसाया और धोखे से उसकी न्यूड वीडियो की स्क्रीन रिकॉर्ड कर ली.
जिसके बाद युवक को इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकियां मिलने लगी और उसे धनराशि देने के लिए मजबूर किया जाने लगा. युवक ने इन शातिरों के कहने पर मांगी गई धनराशि उनके कहे अनुसार खाते में डाल दी. ये धनराशि मिलने के बाद साइबर ठग यहां तक नहीं रुके. इसके बाद इन शातिरों ने शिकायतकर्ता युवक के साथ वीडियो में दिख रही महिला की झूठी आत्महत्या की कहानी रच डाली.

शातिरों ने खुद पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर युवक से संपर्क साधा और केस से उसका नाम हटाने की शर्त पर और पैसों की डिमांड की. इस तरह शिकायतकर्ता ने अभी तक 27 लाख 14 हजार 500 रुपये 91 ट्रांजेक्शनों के जरिए ठगों द्वारा दिए गए खातों में डाल दिए हैं.

पीड़ित युवक के मुताबिक उसने यह धनराशि अपने रिश्तेदारों से लेने के साथ-साथ लोन लेकर इन शातिरों को दी है. वहीं अब शिकायत मिलने पर साइबर पुलिस थाना मंडी की टीम ने शातिरों के खिलाफ धारा 318 (4) व 319 (2) भारतीय न्याय संहिता तथा 66 (डी) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

साइबर पुलिस इस मामले से जुड़ी ट्रांजेक्शन खंगालने में जुट गई है, ताकि शातिरों तक पहुंचा जा सके. साइबर पुलिस थाना सेंट्रल रेंज के एएसपी मनमोहन सिंह ने मामला दर्ज होने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि समय-समय पर साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी ने एडवाइजरी भी जारी की है.
आम जनता से आग्रह है कि किसी अनजान व्यक्ति से वीडियो या व्हाट्सएप काल को स्वीकार न करें. यदि फिर भी कोई व्यक्ति इस तरह के साइबर क्राइम का शिकार हो चुका है तो वह तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी के लैंडलाइन नंबर 01905-226900 पर संपर्क करें.