<p>डीसी हमीरपुर देबश्वेता बनिक ने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के लिए पोस्ट कोविड प्रबंधन प्रोटोकॉल से संबंधित स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी परामर्श की अनुपालना सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पूरे प्रदेश सहित हमीरपुर जिला में भी कोविड-19 के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। इसके बावजूद लोगों को सभी सावधानियां बरतने एवं मानक संचालन प्रक्रियाओं का कड़ाई से अनुपालन करवाने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए गए हैं। जिला में टेस्टिंग, ट्रेसिंग एवं ट्रीटमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार सेंपल टेस्टिंग में और तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कोविड-19 से उबरने के बाद देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी पोस्ट कोविड प्रबंधन प्रोटोकॉल संबंधी परामर्श के अनुपालन का भी आग्रह किया है।</p>
<p><span style=”color:#e74c3c”><strong>व्यक्तिगत स्तर पर परामर्श</strong></span></p>
<p>परामर्श के अनुसार संक्रमित व्यक्ति ठीक होने के उपरांत कोविड अनुरुप उचित व्यवहार जारी रखें, जैसे मास्क का उपयोग, हाथों की नियमित स्वच्छता, परस्पर उचित दूरी और पर्याप्त मात्रा में गर्म पानी पीयें। क्षमता के अनुसार नियमित रूप से घरेलू काम करें। नौकरी पेशा एवं अन्य पेशेवर व्यक्ति कार्य क्रमबद्ध/हल्के तरीके से फिर से शुरू करें। स्वास्थ्य अनुरुप हल्का/मध्यम व्यायाम, योगासन, प्राणायाम, ध्यान एवं सैर का दैनिक अभ्यास करें। संतुलित, पौष्टिक व ताज़ा पका भोजन खाएं। पर्याप्त नींद लें और आराम करें। धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें।</p>
<p>कोविड-19 के बाद यदि कोई दवाई लम्बे समय के लिए दी गई हो तो अपने चिकित्सक को ज़रूर बताएं। यदि चिकित्सक द्वारा निर्देशित है तो घर पर तापमान, रक्तचाप अथवा मधुमेह की नियमित जांच करें। अगर लगातार सूखी खांसी/गले में खराश हो तो नमक वाले गर्म पानी से गरारे करें और भाप लें। इसके अलावा एलोपैथिक या आयुष चिकित्सक की सलाह पर ही खांसी की दवाईयाँ लें। शुरुआती चेतावनी संकेत जैसे 100°F से अधिक बुखार, सांस की तकलीफ, SpO2 का स्तर 94% से कम, सीने में दर्द, भ्रम की स्थिति में होना इत्यादि लक्षणों को नियमित रूप से जांचते रहें।</p>
<p><span style=”color:#e74c3c”><strong>समुदाय के स्तर पर परामर्श</strong></span></p>
<p>कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्ति, सोशल मीडिया, अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ सकारात्मक अनुभव साझा करें एवं कोविंड 19 से सम्बंधित गलत अवधारणाओं को दूर करने के लिए जागरुकता पैदा करें। यदि कोविड-19 के बाद आपको पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डेवलपमेंट हो तो सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं परामर्शदाता से सम्पर्क करें। यदि आवश्यक हो तो मनोचिकित्सक की सहायता भी लें। परस्पर उचित दूरी व अन्य सावधानियां बरतते हुए योग, ध्यान आदि के समूह सत्र में भाग लें।</p>
<p><span style=”color:#e74c3c”><strong>स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था</strong></span></p>
<p>आगामी उपचार/फॉलो-अप जांच निकटतम एलोपैथिक/आयुष चिकित्सक से ले सकते हैं। परामर्श के अनुसार पॉली-थेरेपी करने से परहेज करें, क्योंकि दवाओं की पारस्परिक क्रिया से गंभीर प्रतिकूल घटनाएं हो सकती हैं।</p>
<p>यदि कोविड–19 से ग्रसित होने के 17 दिन के बाद भी आपको खांसी, बुखार, जुकाम इत्यादि लक्षण हैं तो निकटतम स्वास्थ्य संस्थान में जाँच करवाएं। कोविड–19 के दौरान गंभीर रूप से बीमार हुए मरीजों को अधिक निगरानी की आवश्यकता होती है। अतः नियमित रूप से चिकित्सक के संपर्क में रहें। कोविड से संबंधित अधिक जानकारी के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 24×7 दूरभाष सेवा 1077 पर या 1075 अथवा 104 पर संपर्क करें।</p>
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