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हिमाचल प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में भारी हिमपात, शिमला में तुफान ने किया परेशान

पी. चंद, शिमला |

हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग का अनुमान सही साबित हुआ। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए सोमवार को बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई थी, जो बिल्कुल सही साबित हुई है। हिमाचल के उच्च पर्वतीय इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है। जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा के पांगी में भारी बर्फबारी हुई है। इससे ठंड बढ़ गई है और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिलों की पर्वतीय श्रंखलाओं पर भी बर्फ गिर रही है। वहीं राजधानी शिमला में तूफान ने जनजीवन प्रभावित कर दिया। कल दोपहर से बिजली की कड़कड़ाहट के साथ तेज हवाओं और बारिश ने राजधानी की रफ्तार रोक दी। आलम यह रहा कि यहां घूमने आए पर्यटकों को तुफान से बचने के लिए होटलों में ही दुबककर रहना पड़ा। बर्फीली हवाओं के चलते माल रोड और रिज मैदान पर चहल-कदमी बहुत कम रही। खराब मौसम का दौर अगले तीन-चार दिन रहेगा। मौसम विभाग ने 16 जनवरी को भारी बर्फबारी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

कई इलाके जैसे पूह 30.0 सेमी, कोठी 30.0 सेमी, खदराला 15.2 सेमी में बर्फ़बारी और  नगरोटा 49.2 मिमी,  गूलर: 42 मिमी,  गोहर: 37.0 मिमी, कसौली: 35.0 मिमी, बिजही: 26.4 मिमी  बारीश दर्ज़ की गई। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान लाहौल-स्पीति के केलंग में सर्वाधिक 45 सेंटीमीटर, किन्नौर के कल्पा में 15 और पूह में 5 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज़ की गई है। पर्यटन स्थल मनाली में दो सेंटीमीटर बर्फ गिरी है। मनाली में ताजा हिमपात का यहां घूमने आए सैलानियों ने भरपूर आनंद लिया। उधर, लाहौल-स्पीति व किन्नौर में सामान्य जनजीवन प्रभावित है। दोनों जनजातीय जिलों में अधिकतर संपर्क मार्गों के ठप पड़ने से परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। कई क्षेत्रों में बिजली और दूरसंचार व्यवस्था भी प्रभावित है। ठंड बढ़ने से लोग घरों में ही कैद हैं। यही हाल राजधानी शिमला का है। सुबह यहां बादलों ने डेरा जमाया रखा। दोपहर के समय यहां मौसम ने एकाएक करवट ली और बर्फीली हवाओं के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया। इस दौरान इतनी तेज हवाएं चलने से लोगों के छाते टूट गए व कई स्थानों पर विज्ञापनों के होर्डिंग भी उड़ गए।

राज्य के कई क्षेत्रों में भी गरज के साथ वर्षा हुई। भावानगर में 25, भरमौर में 15, कोठी में 8, डल्हौजी में 4 व बंजार में 3 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम में आए इस बदलाव से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। राजधानी शिमला का दिन का तापमान 3 डिग्री लुढ़ककर 11 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। लाहौल-स्पीति का केलंग राज्य का यह सबसे ठंडा स्थल रहा। यहां सोमवार को न्यूनतम तापमान -6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा कल्पा में न्यूनतम तापमान -3.3, मनाली में -0.8, डलहौजी में 4.2, धर्मशाला में 4.8, कुफरी में 5, भुंतर में 7.1, सोलन में 7.4 और शिमला में 7.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने से 18 जनवरी तक पूरे प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। उन्होंने 16 जनवरी को पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी और मैदानों में भारी बारिश-ओलावृष्टि की चेतावनी दी है।