हिमाचल में 3300 आशा वर्कर कार्य कर रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आशा वर्कर 800 की संख्या को कवर करती है जबकि शहरी इलाकों में 2500 की संख्या आशा वर्कर कवर करती है। आशा वर्कर को 2000 रुपये मानदेय दिया जा रहा था जो बढ़ाकर अब 2750 रुपए कर दिया गया है। आशा वर्कर सिर्फ़ अपने क्षेत्र में ही कार्य करती हैं। इसलिए इनको वाहन नहीं दिया जा सकता क्योंकि इनको सिर्फ़ मानदेय ही दिया जाता है। ये जवाब विधानसभा में राकेश सिंघा और अरुण कुमार के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ राजीव सैजल दिया।
राकेश सिंघा ने पूछा कि जो 750 रुपए सरकार ने आशा वर्कर के बढ़ाए वह अभी तक नहीं मिल पाए हैं। इसके अलावा भी जो अतिरिक्त पैसे देने की घोषणा सरकार ने की थी उनको वह भी अभी तक नहीं दिया गया है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल ने बताया कि सरकार ने 30 करोड़ 79 लाख रुपये की राशि जारी कर दी है। जल्द ही घोषणा के मुताबिक इसको मानदेय मिल जाएगा। केंद्र से इनके मानदेय को बढ़ाने का आग्रह किया जाएगा।