➤ पीएम द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये का स्पेशल पैकेज अभी तक हिमाचल को न मिलने का मुद्दा
➤ वजीर रामसिंह पठानिया को स्वतंत्रता सेनानी घोषित करने की मांग पर सदन में चर्चा
➤ बागवानी सब्सिडी, मनरेगा सुधार और बेसहारा पशु मुद्दों पर विपक्ष–सत्तापक्ष आमने-सामने
धर्मशाला — हिमाचल विधानसभा विंटर सेशन के तीसरे दिन की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू होगी। आज सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये के स्पेशल पैकेज को लेकर गर्माहट देखने को मिलेगी। घोषणा को लगभग पौने दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक हिमाचल को यह पैकेज नहीं मिला है।
सत्तापक्ष इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी को घेरने की रणनीति बनाएगा, जबकि बीजेपी विधायक आपदा प्रबंधन के लिए बीते तीन वर्षों में मिली राशि को आधार बनाकर सरकार पर पलटवार करेंगे।
कुलदीप राठौर, केवल सिंह पठानिया, जेआर कटवाल और दीपराज इस विषय पर पहले ही प्रश्न लगा चुके हैं।
इसी के साथ सदन में बागवानों को कई वर्षों से एंटी-हेल नेट की सब्सिडी न मिलने का मामला भी जोर पकड़ेगा।
वजीर रामसिंह पठानिया को स्वतंत्रता सेनानी घोषित करने की मांग
प्रश्नकाल के बाद प्राइवेट मेंबर डे के तहत चार संकल्प चर्चा के लिए लाए जाएंगे।
पहला संकल्प भवानी सिंह पठानिया और केवल सिंह पठानिया का है, जिसमें वजीर रामसिंह पठानिया को शुरुआती स्वतंत्रता सेनानी घोषित करने और केंद्र से सिफारिश भेजने की मांग की जाएगी।
वजीर रामसिंह पठानिया — कौन थे?
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कांगड़ा–नूरपुर (कोटला) क्षेत्र के वजीर एवं सैन्य प्रमुख
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पठानिया राजपूत वंश से संबंध
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1848–1849 में अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष
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स्थानीय जनता व सैनिकों को संगठित कर विद्रोह का नेतृत्व
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गिरफ्तारी के बाद उम्रकैद, अंडमान भेजे गए, वहीं बलिदान
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1857 के संग्राम से पहले संघर्ष करने वाले योद्धाओं में शामिल
अन्य संकल्प
➤ चंद्रशेखर का संकल्प
मनरेगा में चुनौतियों, सुधार और कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने संबंधी सुझाव।
➤ सुखराम चौधरी का संकल्प
राज्यभर में बेसहारा पशुओं के लिए गौशालाएं विकसित करने की मांग।
➤ इंद्र दत्त लखनपाल का संकल्प
युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश स्तरीय खेल नीति बनाने की मांग।



