हिमाचल में एक ओर जयराम सरकार कानून व्यवस्था को सुचारू करने की बात कर रही है, वहीं इमरजेंसी डायल नंबर 100 पुलिस प्रशासन की धज्जियां उड़ाता नजर आ रहा है। पहले जहां मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में हेल्पलाइन नंबर 100 पर कोई जवाब ना मिलने की शिकायत मिली थी, वहीं अब बिलासपुर के कई थानों में ये नंबर रेंज से बाहर है।
बिलासपुर जिले में कई थानों की रेंज में यह नंबर कार्य नहीं करता। इसका उदाहरण 14 तारीख की रात को उस समय मिला जब केंद्रीय सरकार के तहत उद्योग एवं वाणिच्य मंत्रालय के अंतर्गत गठित कॉफी बोर्ड के सदस्य डॉक्टर विक्रम शर्मा बिलासपुर आ रहे थे। उन्होंने बताया कि छड़ोल के पास दिल्ली नंबर की टूरिस्ट बस ने उन्हें टक्कर मारने की कोशिश की यह तो संयोग की बात थी कि वह संभल गए, अन्यथा उनकी गाड़ी गहरी खाई में जा सकती थी।
विक्रम शर्मा ने कहा टूरिस्ट बस मनाली से दिल्ली जा रही थी और एक ही लाइन में 3 बसें अत्यंत तेज गति से चली थीं। गाड़ी को सड़क के किनारे खड़ा करने के बाद उन्होंने 100 नंबर मिलाने की कोशिश की और कोई 68 बार यह नंबर मिलाया, लेकिन हर बार यह जवाब आया कि यह नंबर रीच में नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है कि पुलिस के इमरजेंसी नंबर बंद रहते हैं या फिर रात के समय जान बूझ कर बंद कर दिए जाते हैं।