प्रदेश के स्कूलों में साल 2013 से वोकेशनल शिक्षा शुरू हुई थी जिसके लिए ट्रेनरों की भर्ती वीपीटी ( वोकेशनल ट्रेनर प्रोवाइडर ) के तहत हुई है। पिछले 9 सालों से सेवाएं दे रहे ये ट्रेनर अब सरकार से नियमित करने और शिक्षा विभाग में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। अगर ऐसा नहीं करती है तो इन अध्यापकों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
आज शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान व्यवसायिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष यशवंत ठाकुर ने बताया कि वे सरकार से मांग कर रहे हैं कि व्यवसायिक शिक्षकों को नियमित करें और स्थाई निती बनाए। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत व्यवसायिक शिक्षा को और अधिक महत्व दिया गया है और प्रदेश में 2000 के करीब ऐसे शिक्षक हैं और अपने भविष्य को लेकर असुरक्षित हैं।
उन्होंने बताया कि शिक्षकों को बीटीपी ( वोकेशनल ट्रेनर प्रोवाइडर ) के तहत नियुक्ति मिली है और अब सरकार से मांग है कि वोकेशनल ट्रेनर को भी शिक्षा विभाग में शामिल करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने 20 फरवरी तक उचित कार्रवाई नहीं की तो वोकेशनल शिक्षक हड़ताल को मजबूर होंगे और संघर्ष के लिए सड़कों पर उतरेंगे।