मध्य प्रदेश के चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक जल्द ही हिमाचल प्रदेश के 26वें मुख्य न्यायधीश के रूप में शपथ लेंगे। हिमाचल के नये चीफ जस्टिस का जन्म 25 मई 1960 को राजस्थान में हुआ था।
उन्होंने राजस्थान हाई कोर्ट में वकालत की शुरू की और 15 मई 2006 को वह राजस्थान हाईकोर्ट में जज नियुक्त हुए। वह दो बार अलग-अलग समय पर राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश रहे हैं। 13 नवम्बर, 2019 को उन्हें मेघालय का न्यायधीश नियुक्त किया गया। वह 2020 में ओडिशा हाई कोर्ट और जनवरी, 2021 में मध्य प्रदेश की कमान भी सम्भाल चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कल बड़ा फेरबदल करते हिए रफीक समेत पांच मुख्य न्यायधीशों का तबादला किया है। जस्टिस अरुप कुमार गोस्वामी को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश, जस्टिस अकील कुरैशी को राजस्थान हाई कोर्ट, इंद्रजीत महंते को त्रिपुरा हाई कोर्ट और जस्टिस विश्वनाथ सोमद्र को सिक्किम हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया है।
हिमाचल न्यायिक सेवा में बड़ा फेरबदल
नये मुख्य न्यायाधीश की घोषणा वाले दिन ही, प्रदेश की न्यायिक सेवा में बडा फेर बदल हुआ है। फैमली कोर्ट, मंडी के प्रधान जज अब डोल राम ठाकुर होंगे। वह शिमला में जिला एवं सत्र न्यायाधीश (जंगल) के पद पर थे। वह बहादुर सिंह की जगह लेंगे, जिन्हें शिमला में जिला एवं सत्र न्यायाधीश (जंगल) का कार्यभार दिया है। शिमला की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयोत्शना सुमंत ढडबाल को रजिस्ट्रार, लोकोयुक्त का कार्यभार दिया गया है।
मदन कुमार को सोलन के (पोकसो) कोर्ट से हटा कर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (छुट्टी, ट्रेनिंग, रिजर्व) के तौर पर हाई कोर्ट के साथ का लगाया है।