कांगड़ा जिले के सबसे दुर्गम इलाके बड़ा भंगाल में इन दिनों लोग रोटी के लिए पाई-पाई के मोहताज़ हैं। यहां रास्ते में एक पुली टूट जाने से गांव से पूरी तरह संपर्क कट गया है और प्रशासन भी इस पर कोई गौर नहीं फरमा रहा। इसी कड़ी में अब बड़ा भंगाल के लोग सोमवार को डीसी कांगड़ा के दरबार पहुंचे और राशन तथा रास्ता पहुंचाने की गुहार लगाई।
लोगों का कहना है कि 2 महीने में बड़ा भंगाल को जाने वाले रास्ते में एक पुली टूट गई थी। कई दफा प्रशासन को इसके बारे में आगाह किया गया, लेकिन प्रशासन ढुलमुल रवैया अपनाए हुए है। बरसात का मौसम होने से पहले यहां के व्यापारियों और लोगों ने राशन लेजाना भी चाहा था, लेकिन पुली टूटने के कारण वे पर्याप्त राशन नहीं ले जा पाए। उस वक्त प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया था कि पुली जल्द ठीक हो जाएगी, लेकिन अभी तक कोई पुली ठीक नहीं की गई।
पर्याप्त राशन न होने से गांव के लोगों को कई खाने-पीने की चीजे नहीं मिल रही। यहां तक कि जानवरों के लिए पर्याप्त राशन भी नहीं मिल रहा और वे भी कमजोर पड़ रहे हैं। वहीं, बैजनाथ किसान सभा के अध्यक्ष अक्षय जसरोटिया का कहना है कि बड़ा भंगाल अति पिछड़ा क्षेत्र है और प्रमुख मांग यह है कि लोगों को राशन पहुंचे क्योंकि यहां पर 84 धाराओं के लोग बड़ा भंगाल पर निर्भर है।
क्या है लोगों की प्रमुख मांगें…
- बडाभंगाल गांव में राशन की आपूर्ति की जाए, वर्तमान में पशुओं के लिए नमक की कमी की पूर्ति की जाए
- घोड़े-खच्चर वाले क्षतिग्रस्त रास्ते एवं पुलियों के निर्माण कार्य के लिए जरूरत अनुसार तुरंत धनराशि प्रदान की जाए और निर्माणकार्य पशु पालकों की देखरेख में हो
- अन्य वैकल्पिक रास्ता जो भुज लिंग ठंगहर से मकोड़ी जोत से होकर काली हानि नाले में कमेड को जोड़ता है उसे घोड़े एवं खच्चरों के लिए रास्ता बनाने के लिए प्राथमिकता आधार पर कार्य सुनिश्चित करें।