हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज्वाली का एक जवान श्रीनगर में शहीद हो गया है। बताया जा रहा है कि हृदय गति रुकने से जवान की मौत हुई है। जैसे ही सैनिक के शहीद होने का समाचार घर वालों को मिला तो पूरे गांव में खामोशी छा गई। शहीद हरबंस लाल 55 वर्षीय पुत्र प्यार सिंह निवासी बग्गा आईटीबीपी के हेडक्वार्टर श्रीनगर में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था।
शहीद हरबंस लाल का पार्थिव शरीर पिछले कल 5वें दिन तिरंगे में लिपटा उनके पैतृक गांव बग्गा में पहुंचा। पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही क्षेत्र चीख पुकार से गूंज उठा। शहीद हरवंस लाल का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव श्मशान घाट में किया गया। जब तक सूरज चांद रहेगा हरवंस तेरा नाम रहेगा के नारों से गांववासियों ने शहीद को दी अंतिम विदाई दी। शहीद के साथ आई सेना की टुकड़ी और पुलिस बल द्वारा हवा में फायर करके शहीद को सलामी दी गई। शहीद के बेटे गौरव कौशल ने शहीद को मुखाग्नि दी।
बताया जा रहा है कि शहीद हरबंस लाल अपने पीछे 3 लड़के और पत्नी छोड़ गये हैं। वहीं ज्वाली के विधायक अर्जुन सिंह ने भी शहीद के घर पहुंचकर शहीद के परिवार को सांत्वना दी । उन्होंने कहा कि शहीद की शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि उनका हर सुख-दुख में साथ दिया जाएगा।