कांगड़ा के धर्मशाला को रोप-वे की सौगात तो मिल गई, लेकिन इस उद्घाटन के कार्यक्रम के दौरान भाजपा सरकार और स्थानीय प्रशासन ने अपनों को ही दरकिनार कर दिया। हैरानी की बात है कि जिस नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के तहत करोड़ों का खर्च किया उन्हें ही उद्घाटन के मौके पर नहीं बुलाया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री तो उद्घाटन के लिए पहुंचे लेकिन प्रशासन नगर निगम धर्मशाला के मेयर और पार्षदों को न्यौता देना भूल गए।
इसी के चलते नगर निगम के मेयर औऱ पार्षद कार्यक्रम के बाहर इसका विरोध करते नजर आए। धर्मशाला नगर निगम के मेयर ओंकार नेहरिया ने कहा कि धर्मशाला नगर निगम ने रोप-वे के लिए अपनी ओर से करोड़ों की सौगात दी है, लेकिन हमें ही न्यौता नहीं दिया गया। ये हमारा अपमान है। जनता ने हमें चुन कर धर्मशाला नगर निगम में भेजा है और आज धर्मशाला नगर निगम में हो रहे कार्यक्रम में ही हमें बुलाया नहीं जा रहा। इसका हम मीडिया के माध्यम से विरोध करते हैं।
आपको बता दें कि आज बुधवार को मुख्यमंत्री धर्मशाला पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने धर्मशाला में रोप-वे का उद्घाटन किया। रोप-वे के लिए एक तरह का किराया 300 रुपये रखा गया है जबकि दोनों साइड अप-डाउन का किराया 500 रुपये रहेगा। इससे आप धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक जाने के लिए टाइम की सेविंग कर पाएंगे।