➤ हिमाचल CM बोले— वर्तमान में 5356 कर्मचारियों को OPS का लाभ, केंद्र ने 1600 करोड़ अतिरिक्त ऋण बंद किया
➤ ABVP लाठीचार्ज, सीएम बोले— मार्च की परमिशन विधानसभा मार्ग के लिए नहीं थी
➤ BJP का विधानसभा परिसर के बाहर प्रदर्शन, सरकार पर आपदा–फंड के दुरुपयोग व कर्ज बढ़ाने के आरोप
हिमाचल विधानसभा के सातवें दिन गुरुवार को ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) का मुद्दा सदन में जोरदार ढंग से उठा। CM सुखविंदर सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा पूछे प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि सरकार की पहली कैबिनेट ने 1.36 लाख कर्मचारियों को OPS प्रदान करने का निर्णय लिया था। इसके बदले केंद्र ने 1600 करोड़ रुपए का अतिरिक्त ऋण बंद कर दिया।
सीएम ने बताया कि अभी 5356 कर्मचारी ऐसे हैं, जिन्हें OPS के तहत पेंशन जारी है। जैसे-जैसे कर्मचारी रिटायर होते जाएंगे, सरकारी खजाने पर इस योजना का भार बढ़ता जाएगा। उन्होंने कहा कि OPS राजनीतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लागू की गई है।
बीते माह लंदन दौरे पर पूछे गए सवाल पर सीएम ने स्पष्ट किया कि यह उनकी निजी यात्रा थी और इसके सभी खर्च उन्होंने स्वयं ऑनलाइन पेमेंट से वहन किए।
सदन में ABVP छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का मुद्दा भी उठा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने ABVP को मिली मार्च की परमिशन सदन में पढ़कर सुनाई। जवाब में CM ने कहा कि ABVP को टैक्सी स्टैंड से जोरावर स्टेडियम तक मार्च की अनुमति थी, विधानसभा मार्ग को रोकने की परमिशन नहीं थी। इस दौरान BJP विधायक वॉकआउट कर गए।
विधानसभा के बाहर BJP का प्रदर्शन
सत्र शुरू होने से पहले BJP विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लेकर वे सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पहुंचे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आपदा से भारी क्षति हुई है, लेकिन सुक्खू सरकार आपदा फंड से मंडी में जश्न मनाने जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के निर्णयों ने तीन साल में प्रदेश को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार हिमाचल को “ऑन सेल” की ओर ले जा रही है। धारा 118 में संशोधन से संबंधित बिल को लेकर भी विपक्ष ने तीखी आपत्ति जताई।
जयराम ठाकुर ने दावा किया कि BJP ने पांच वर्षों में 19 हजार करोड़ का कर्ज लिया, जबकि कांग्रेस सरकार ने तीन साल में ही 40 हजार करोड़ का कर्ज ले डाला।
विधायकों ने उठाए क्षेत्रीय मामले
मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली पर विस्तृत फंड–वाइज ब्यौरा मांगा।
कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने 22 करोड़ रुपए के सबाथू सोसाइटी घोटाले की जांच हेतु SIT गठन और विजिलेंस कार्रवाई की मांग की।
हमीरपुर के विधायक आशीष शर्मा ने मेडिकल कॉलेज में एंजियोग्राफी सुविधा की कमी और EDLS सूची की दवाओं के अभाव पर चिंता जताई।
आनी व धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने पिछले तीन वर्षों में मेलों–उत्सवों, कुल्लू दशहरा 2025 बजट और कलाकार भुगतान का ब्योरा मांगा।
आज सदन में प्राइवेट मेंबर डे होने के कारण विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों को विधायक उठा रहे हैं।



